Karela Bitterness: 5 तरीकों से करेले का कड़वापन दूर करें, स्वाद ऐसा बदलेगा कि बच्चे भी जमकर खाएंगे

करेले का कड़वापन दूर करने के टिप्स।
Karela Bitterness: करेला अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसकी तीखी कड़वाहट के कारण लोग अक्सर इसे खाने से कतराते हैं। आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर यह सब्जी डायबिटीज़ और पाचन से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद लाभकारी है। फिर भी इसका स्वाद लोगों को आकर्षित नहीं करता – खासकर बच्चों और युवाओं को।
हालांकि थोड़ी सी सावधानी और कुछ आसान घरेलू ट्रिक्स अपनाकर करेली की कड़वाहट को काफी हद तक कम किया जा सकता है, जिससे इसका स्वाद और पौष्टिकता दोनों बरकरार रहते हैं। आइए जानते हैं करेले की कड़वाहट दूर करने के 5 असरदार और आसान उपाय।
नमक लगाकर पानी छोड़ना
करेले को पतला-पतला काटकर उस पर थोड़ा सा नमक छिड़क दें और 15–20 मिनट तक रख दें। नमक उसके अंदर की कड़वाहट को खींच लेता है। बाद में करेला हल्का सा निचोड़कर धो लें। यह सबसे आसान और असरदार तरीका है करेले की कड़वाहट कम करने का। इससे उसका स्वाद बेहतर हो जाता है और पकाने में भी कम समय लगता है।
दही में भिगोना
नमक के साथ-साथ दही भी करेले की कड़वाहट दूर करने में मददगार है। कटे हुए करेलों को थोड़ी देर दही में भिगोकर रखें, फिर धोकर पकाएं। दही के लैक्टिक एसिड से करेला नर्म होता है और उसकी तीखी कड़वाहट काफी हद तक निकल जाती है। यह तरीका स्वाद और पौष्टिकता दोनों बनाए रखता है।
उबालकर पानी फेंक देना
करेले को हल्के नमक के पानी में 5–7 मिनट तक उबाल लें और फिर उसका पानी फेंक दें। उबालने से करेला थोड़ा नरम हो जाता है और उसका कड़वा रस भी बाहर निकल जाता है। इसके बाद आप इसे फ्राई, भरवा या करी में इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्याज और मसालों का प्रयोग
करेले की कड़वाहट छुपाने का एक स्वादिष्ट तरीका यह है कि उसे प्याज, लहसुन और मसालों के साथ भूनें। खासतौर पर प्याज उसकी कड़वाहट को बैलेंस करता है और स्वाद में मिठास लाता है। मसालेदार तरीके से बना करेला बच्चों को भी पसंद आने लगता है।
सिरके में भिगोना
कटे हुए करेलों को 10–15 मिनट तक सिरके में भिगोकर रखने से उनकी कड़वाहट काफी हद तक निकल जाती है। सिरके की अम्लीय प्रकृति करेलों से कड़वा रस खींच लेती है। इसके बाद करेला धोकर सामान्य तरीके से पकाया जा सकता है।
