Cooler Maintenance: कूलर यूज करने के बाद 5 तरीकों से करें रखरखाव, अगले साल नहीं पड़ेंगी मेंटेनेंस की जरूरत

कूलर के मेंटेनेंस के टिप्स।
Cooler Maintenance: गर्मियों में राहत देने वाला कूलर जैसे ही मानसून दस्तक देता है, एक कोने में धूल फांकता नजर आता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस कूलर ने आपको तपती गर्मी में चैन की सांस दी, उसकी सही सफाई और देखरेख न हो तो अगले साल यह काम करना बंद कर सकता है? मानसून का मौसम नमी, फंगस और जंग की समस्या लेकर आता है, जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को खराब कर सकती है खासकर कूलर को।
अक्सर लोग गर्मियों के अंत में कूलर को साफ किए बिना ही स्टोर कर देते हैं, जिससे उसमें बदबू, जंग और इलेक्ट्रिक फॉल्ट जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। अगर आप चाहते हैं कि अगली गर्मी में आपका कूलर फिर से वैसे ही चले जैसे नया था, तो मानसून से पहले कुछ जरूरी साफ-सफाई और रखरखाव के उपाय अपनाने होंगे। आइए जानते हैं ऐसे ही आसान और असरदार टिप्स जो आपके कूलर की उम्र बढ़ाएंगे।
कूलर के रख रखाव के टिप्स
कूलर को पूरी तरह से खाली करें
सबसे पहले कूलर का सारा पानी निकाल दें। टंकी में जमा पानी लंबे समय तक छोड़ देने से उसमें फंगस और बदबू पैदा हो सकती है। वाटर ड्रेन प्लग खोलकर टंकी को पूरी तरह खाली करें और साफ पानी से धो लें ताकि कोई गंदगी या शैवाल न रह जाए।
कूलिंग पैड्स और फैन ब्लेड्स की सफाई करें
कूलिंग पैड्स को निकालकर अच्छी तरह से सुखा लें और मुलायम ब्रश या पानी से साफ करें। अगर पैड्स बहुत पुराने या टूटे हुए हों, तो उन्हें बदलना बेहतर रहेगा। फैन ब्लेड्स पर जमा धूल को कपड़े या ब्रश से साफ करें और मोटर को नमी से बचाएं।
कूलर की बॉडी और ग्रिल्स को सुखाएं
कूलर की बाहरी और भीतरी बॉडी को साबुन और पानी से साफ करें, फिर सूती कपड़े से पोंछकर पूरी तरह सूखने दें। ग्रिल्स और ब्लोअर एरिया में भी अच्छी तरह सफाई करें ताकि किसी प्रकार की गंदगी अंदर न रह जाए।
इलेक्ट्रिकल पार्ट्स की जांच करें
स्विच, वायरिंग और मोटर को अच्छी तरह से सूखा और साफ करें। अगर कहीं जंग लग गई हो या वायर ढीली हो, तो उसे अभी ठीक करवा लें। नमी से बचाने के लिए मोटर और वायरिंग पर हल्का सा मशीन ऑयल लगाना भी फायदेमंद रहेगा।
कूलर को सही तरीके से स्टोर करें
कूलर को अच्छी तरह सूखाने के बाद उसे कपड़े या प्लास्टिक शीट से कवर करें ताकि धूल और नमी से बचाया जा सके। इसे किसी सूखे और हवादार स्थान पर रखें जहां बारिश का पानी या सीलन न पहुंचे।
(कीर्ति)