Wooden Furniture: लकड़ी के फर्नीचर को बारिश में फंगस से बचाना है? 5 घरेलू तरीके आज़माएं, रहेगा फंगस फ्री

लकड़ी के फर्नीचर को फंगस फ्री बनाए रखने के टिप्स।
Wooden Furniture: बरसात का मौसम जितना सुकूनदायक होता है, उतनी ही परेशानी वह घर के अंदर लाता है, खासकर लकड़ी के फर्नीचर के लिए। नमी की वजह से लकड़ी में फफूंदी (फंगस) लगना आम बात है, जो न सिर्फ फर्नीचर की खूबसूरती को बिगाड़ देती है, बल्कि उसकी उम्र भी कम कर देती है। फंगस से लकड़ी में काले-भूरे धब्बे, बदबू और कई बार दीमक जैसी समस्या भी हो जाती है।
अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो बारिश में लकड़ी के महंगे फर्नीचर खराब हो सकते हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं, कुछ आसान घरेलू उपायों से आप इस नुकसान से बच सकते हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसे घरेलू तरीके जो बरसात में आपके लकड़ी के फर्नीचर को फंगस से दूर रखेंगे और उन्हें नया-सा बनाए रखेंगे।
फर्नीचर को सूखी जगह पर रखें
बरसात में सबसे जरूरी है कि फर्नीचर को ऐसी जगह पर रखा जाए जहाँ सीलन न हो। अगर फर्नीचर दीवार से सटा हुआ है, तो उसे थोड़ा आगे खिसकाएं ताकि हवा पास हो सके। खिड़कियों और दरवाजों के पास नमी ज्यादा होती है, इसलिए फर्नीचर को वहां से दूर रखें।
नमक या बेकिंग सोडा रखें पास में
नमक और बेकिंग सोडा नमी सोखने के लिए बेहद कारगर हैं। फर्नीचर के पास एक खुली कटोरी में नमक या बेकिंग सोडा रखें। ये हवा की अतिरिक्त नमी को सोखकर फंगस बनने से रोकते हैं। हर 7-10 दिन में इन्हें बदलते रहें ताकि असर बना रहे।
नीम के पत्तों का इस्तेमाल करें
नीम एक प्राकृतिक एंटी-फंगल एजेंट है। फर्नीचर की दराजों, अलमारियों या बक्सों में सूखे नीम के पत्ते रखें। ये फफूंदी के साथ-साथ कीड़ों को भी दूर रखते हैं। आप चाहें तो नीम का तेल कपड़े में भिगोकर फर्नीचर के कोनों में रख सकते हैं।
फर्नीचर को समय-समय पर साफ करें
हफ्ते में कम से कम एक बार सूखे कपड़े से फर्नीचर की सफाई जरूर करें। अगर हल्का फंगस दिखे तो एक भाग सफेद सिरका और एक भाग पानी मिलाकर साफ करें। इससे फंगस खत्म हो जाता है और फर्नीचर पर चमक भी बनी रहती है।
कवर या पॉलिश से करें सुरक्षा
लकड़ी के फर्नीचर पर एक अच्छी क्वालिटी की पॉलिश या वार्निश लगाने से उसमें पानी नहीं जाता। इसके अलावा फर्नीचर को कॉटन या प्लास्टिक कवर से ढककर रखें, खासकर उन जगहों पर जहां पानी की छींटें पड़ सकते हैं। इससे फर्नीचर सुरक्षित रहेगा और फंगस का खतरा भी कम होगा।
