TGT-PGT भर्ती: UP में शिक्षक भर्ती नियम बदले, Biology के अभ्यर्थियों को बड़ा फायदा; सिविक्स और भूगल में भी संशोधन

UP TGT-PGT भर्ती में बड़ा बदलाव: बायोलॉजी को फिर मिली जगह
UP TGT-PGT 2025 New Rule: उत्तर प्रदेश की 4,512 स्कूलों में होने वाली TGT (Trained Graduate Teacher) और PGT (Post Graduate Teacher) भर्ती प्रक्रिया में सरकार ने महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। सबसे बड़ा बदलाव बायोलॉजी (Biology) विषय में है। इसे TGT भर्ती में शामिल किया गया है।
योगी सरकार के इस बदलाव से जन्तु विज्ञान (Zoology) या वनस्पति विज्ञान (Botany) से स्नातक और बीएड धारक अभ्यर्थियों को बड़ा फायदा होगा।
बायोलॉजी विषय से भी बन सकेंगे TGT शिक्षक
विशेष सचिव कृष्ण कुमार गुप्ता ने राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद इस संबंध में नया आदेश जारी किया है। इसके अनुसार, हाई स्कूल स्तर पर साइंस और बायोलॉजी के शिक्षक अलग-अलग होंगे, और उनकी योग्यता भी अलग-अलग निर्धारित की गई है।
TGT बायोलॉजी पद के लिए केवल जन्तु विज्ञान या वनस्पति विज्ञान से स्नातक के साथ बीएड अनिवार्य है। इसके लिए अब संबंधित विषय में स्नातकोत्तर (PG डिग्री) की जरूरत नहीं है।
PGT भूगोल और Civics की योग्यता में बदलाव
- PGT भूगोल (Geography): भूगोल विषय में अब सिर्फ परास्नातक (MA/M.Sc.) करने वाले अभ्यर्थी ही पात्र होंगे। पहले संबंधित विषयों से स्नातकोत्तर करने वाले उम्मीदवार भी योग्य मान लिए जाते थे।
- PGT नागरिक शास्त्र (Civics): इसके लिए अब राजनीति विज्ञान (Political Science) या राजनीति शास्त्र में परास्नातक ही मान्य होगा।
बीएड अनिवार्य, पुराना आदेश रद्द
9 सितंबर से लागू हुए इस आदेश के अनुसार, सभी TGT पदों के लिए स्नातक डिग्री के साथ बीएड अनिवार्य होगा। 22 अप्रैल 2025 को जारी पुराने आदेश को रद्द कर दिया गया है। शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) और माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभापति को आदेश का पालन कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।
योग्यता में बदलाव क्यों ज़रूरी थे?
राज्य सरकार का मानना है कि विषयों की स्पष्ट विभाजन और योग्यता निर्धारण से न केवल भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी होगी, बल्कि छात्रों को भी विषय विशेषज्ञ शिक्षक मिल सकेंगे। बायोलॉजी को TGT में शामिल करने से हजारों योग्य अभ्यर्थियों को भविष्य संवारने का मौका मिलेगा।
