BPSC 71st Prelims 2025: शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुई परीक्षा, लाखों अभ्यर्थियों ने लिया भाग

बिहार लोक सेवा आयोग
BPSC 71st Prelims Exam 2025: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 71वीं संयुक्त प्रतियोगिता प्रारंभिक परीक्षा (CCE PT) शनिवार, 13 सितंबर 2025 को राज्य भर के परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई। इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल हुए, जिससे प्रतियोगिता का स्तर और भी ऊँचा हो गया।
आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस परीक्षा के लिए कुल 4.71 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इनमें से लगभग 3.57 लाख उम्मीदवारों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए, जबकि परीक्षा में करीब 64.3% अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए। यानी लगभग एक तिहाई पंजीकृत उम्मीदवार परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित हुई परीक्षा
बीपीएससी ने परीक्षा की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतज़ाम किए थे। परीक्षा केंद्रों के अंदर और बाहर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसके अलावा बायोमेट्रिक उपस्थिति, वीडियोग्राफी और मोबाइल नेटवर्क जामर का इस्तेमाल किया गया ताकि नकल और प्रतिरूपण की किसी भी संभावना को खत्म किया जा सके।
पेपर का लेवल
परीक्षा देकर बाहर आए अभ्यर्थियों के अनुसार, पेपर संतुलित रहा। इसमें सामान्य ज्ञान, इतिहास, भूगोल और समसामयिक घटनाओं से जुड़े प्रश्न शामिल थे। अधिकांश परीक्षार्थियों ने इसे मध्यम कठिनाई स्तर का बताया, हालांकि कुछ प्रश्न विश्लेषणात्मक और चुनौतीपूर्ण भी थे। कुल मिलाकर उम्मीदवारों ने प्रश्नपत्र की गुणवत्ता से संतोष जताया।
बायोमेट्रिक को लेकर आयोग की सफाई
परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि जिन केंद्रों पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस पूरा नहीं हो पाया, वहां उम्मीदवारों की भौतिक उपस्थिति एडमिट कार्ड पर दर्ज की गई है। इसका उनके परीक्षा परिणाम पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा।
अगला चरण
अब आयोग उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करेगा। परिणाम घोषित होने के बाद सफल अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा (Mains) में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इसके बाद साक्षात्कार (Interview) होगा और सभी चरणों के पूरा होने पर ही अंतिम चयन सूची जारी की जाएगी।
पिछले वर्ष 70वीं बीपीएससी परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर आयोग को आलोचना का सामना करना पड़ा था। ऐसे में 71वीं परीक्षा का शांतिपूर्ण और पारदर्शी आयोजन आयोग के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
