यूएस में वैज्ञानिक व इंजीनियर भेजने में भारत आगे

यूएस में वैज्ञानिक व इंजीनियर भेजने में भारत आगे
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रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग श्रमबल में प्रवासियों की संख्या 16 प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हो गई है।

वाशिंगटन. प्रवासी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को अमेरिका भेजने वाले एशियाई देशों में भारत शीर्ष स्थान पर है। एशिया से अमेरिका जाने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की कुल 29.6 लाख की आबादी में से 9.5 लाख लोग अकेले भारत के हैं। यह जानकारी एक नई रिपोर्ट में दी गई है।

नेशनल साइंस फाउंडेशन के नेशनल सेंटर फॉर साइंस एंड इंजीनियरिंग स्टैटिस्टिक्स की रिपोर्ट में पाया गया कि वर्ष 2013 के भारत से जुड़े ये आंकड़े वर्ष 2003 की तुलना में 85 प्रतिशत का इजाफा दिखाते हैं। वर्ष 2003 के बाद से
फिलीपीन
से आने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की संख्या भी 53 प्रतिशत बढ़ी है।
वहीं हांगकांग और मकाउच्च् समेत चीन से आने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की संख्या में इजाफा 34 प्रतिशत का रहा है। वर्ष 2003 से 2013 तक, अमेरिका में रहने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की संख्या 2.16 करोड़ से बढ़कर 2.90 करोड़ हो गई। इस इजाफे में महत्वपूर्ण बात यह है कि इसी अवधि में प्रवासी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की संख्या 34 लाख से बढ़कर 52 लाख हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग श्रमबल में प्रवासियों की संख्या 16 प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हो गई है। विज्ञान एवं इंजीनियरिंग श्रमबल में प्रवासियों की सबसे बड़ी संख्या 18 प्रतिशत कंप्यूटर एवं गणित विज्ञान में कार्यरत है, जबकि दूसरी बड़ी संख्या आठ प्रतिशत इंजीनियरिंग में कार्यरत है।

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