महिला पुलिस की बहादुरी: पहली बार ऑल-विमेन एनकाउंटर में हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार, जानें ऑपरेशन को कैसे दिया अंजाम

first time woman police conducted an encounter in up Ghaziabad
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गाजियाबाद में पहली बार महिला पुलिस कर्मियों ने किया एनकाउंटर
गाजियाबाद में महिला पुलिस ने रचा इतिहास! पहली बार पुरुष पुलिसकर्मी के बिना एनकाउंटर में हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र को गिरफ्तार किया। जानिए कैसे महिला पुलिस की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और बदमाश को घुटने टेकने पर मजबूर किया।

गाजियाबाद: दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में महिला पुलिस अफसरों ने एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। यह गाजियाबाद के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब किसी एनकाउंटर में एक भी पुरुष पुलिसकर्मी शामिल नहीं था। गाजियाबाद कमिश्नरी की महिला थाना पुलिस ने सोमवार देर रात यह कारनामा कर दिखाया और इस एनकाउंटर को अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज कर लिया।

कैसे अंजाम दिया गया ऑपरेशन?

यह एनकाउंटर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) नंदग्राम उपासना पांडे और महिला थानाध्यक्ष रितु त्यागी की टीम ने अंजाम दिया। सोमवार देर रात महिला पुलिस की एक टीम लोहिया नगर में गश्त और चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान एक स्कूटी पर सवार एक संदिग्ध व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया। महिला पुलिसकर्मियों ने टॉर्च दिखाकर उसे रुकने का इशारा किया।

पुलिस को देखकर बदमाश ने अपनी स्कूटी को वापस मोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान उसकी स्कूटी फिसल गई और वह सड़क पर ही गिर गया। जब महिला पुलिस टीम उसकी ओर बढ़ी, तो उसने बचने के लिए टीम पर गोली चला दी। अपनी जान खतरे में देख महिला पुलिसकर्मियों ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इस दौरान एक गोली बदमाश के पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

'अब नहीं करूंगा गलती, दीदी' - एनकाउंटर के बाद गिड़गिड़ाया बदमाश

मुठभेड़ में घायल होने के बाद बदमाश जितेंद्र ने पुलिस के सामने घुटने टेक दिए। पुलिसकर्मियों से माफी मांगते हुए उसने कहा "सॉरी मैम, अब नहीं करूंगा।" जब उससे पूछा गया कि उसने पुलिस पर गोली क्यों चलाई, तो उसने कहा कि वह सिर्फ बचने के लिए ऐसा कर रहा था। बाद में, दो महिला पुलिसकर्मी उसे कंधे पर उठाकर अस्पताल ले गईं, जहां उसका इलाज चल रहा है। इस दौरान वह महिला पुलिसकर्मियों को 'दीदी' कहकर संबोधित करता रहा।

कौन है यह बदमाश? शौक के लिए करता था लूटपाट

एसीपी उपासना पांडे ने बताया कि पकड़े गए बदमाश की पहचान जितेंद्र के रूप में हुई है, जो फिलहाल विजयनगर में रहता है। वह मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला है और विजयनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। जितेंद्र पर जनपद के विभिन्न थानों में चोरी, लूट और झपटमारी के 8 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।

पूछताछ के दौरान बदमाश ने बताया कि वह एनसीआर क्षेत्र से स्कूटी और बाइक चोरी कर उसका इस्तेमाल लूटपाट के लिए करता था। वह राहगीरों से उनके फोन और कैश छीनकर फरार हो जाता था। इस लूटे हुए सामान को वह सस्ते दामों में बेचकर अपने शौक पूरे करता था। पुलिस ने उसके कब्जे से एक चोरी की स्कूटी, एक अवैध तमंचा, जिंदा कारतूस, एक लूटा हुआ मोबाइल और एक टैब बरामद किया है। बरामद किया गया टैब और फोन उसने रविवार रात क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके से चुराया था।

महिला पुलिस कर्मियों की बहादुरी

इस मुठभेड़ में महिला पुलिसकर्मियों की बहादुरी कि चर्चा हर ओर हो रही है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि महिला पुलिसकर्मी भी किसी भी तरह की आपराधिक चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं और पुरुष पुलिसकर्मियों से कम नहीं हैं। यह घटना महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा उदाहरण है और पुलिस महकमे में महिला अधिकारियों के बढ़ते दबदबे को भी दर्शाती है।

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