इस बार श्राद्ध पर क्या होगा खास, शनिवार को श्राद्ध पर कौन सी होगी तिथि

X
By - haribhoomi.com |2 Oct 2015 6:30 PM
खास बात यह है कि जिस तिथि में व्यक्ति की मृत्यु हुई है, उसी तिथि को श्राद्ध होना चाहिए।
नई दिल्ली. भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष के पंद्रह दिन पितृपक्ष कहे जाते हैं। ये समय होता है पूर्वजों का ऋण यानी कर्ज उतारने का। पितृपक्ष यानी महालया में कर्मकांड की विधियां और विधान अलग-अलग हैं। श्रद्धालु एक दिन, तीन दिन, सात दिन, पंद्रह दिन और 17 दिन का कर्मकांड करते हैं। इस दौरान पूर्वजों की मृत्युतिथि पर श्राद्ध किया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि पितृपक्ष में पूर्वजों को याद कर किया जाने वाला पिंडदान सीधे उन तक पहुंचता है और उन्हें सीधे स्वर्ग तक ले जाता है। माता-पिता और पुरखों की मृत्यु के बाद उनकी तृप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक किए जाने वाले इसी कर्मकांड को कहा जाता है पितृ श्राद्ध।
इस बार 6 अक्टूबर को नवमी होगी, जिसमें दिवंगत महिलाओं का श्राद्ध होगा। पूर्वजों की तृप्ति के लिए किए जाने वाले कार्य को श्राद्ध कहते हैं। खास बात यह है कि जिस तिथि में व्यक्ति की मृत्यु हुई है, उसी तिथि को श्राद्ध होना चाहिए। देव ऋषि और पितृ यह तीन प्रकार के ऋण बताए गए हैं। इनमें श्राद्ध बहुत जरूरी है। जिस व्यक्ति के पास जैसा सामर्थ्य है, उसे वैसा ही श्राद्ध करना चाहिए। पितृ पक्ष पर इस बार प्रथम दिन पूर्णिमा और प्रतिपदा का श्राद्ध एक साथ किया गया। पूर्वजों की कृपा पाने का पर्व पितृपक्ष भाद्र पद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से शुरू हुआ।
हम आप लोगों को बता रहे है कि 3 अक्टूबर को षष्ठी तिथि और 4 को सप्तमी और 5 को अष्टमी का श्राद्ध होगा। 6 अक्टूबर को मात्र नवमी को दिवंगत हो चुकी महिलाओं का श्राद्ध होगा। 7 अक्टूबर को दशमी की तिथि, 8 अक्टूबर को एकादशी तिथि, 9 अक्टूबर को द्वादशी, 10 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि 11 को अक्टूबर चतुदर्शी है और 12 अक्टूबर को पितृ विसर्जन होगा।
ये भी पढ़े-आखिर किसने बनवाया CP का ये चमत्कारी हनुमान मंदिर, अभी तक बना हुआ है एक रहस्य
नीचे की स्लाइड्स में पढें, खबर से जुड़ी अन्य जानकारी -
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्ट पर-
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Next Story
- होम
- क्रिकेट
- ई-पेपर
- वेब स्टोरीज
- मेन्यू
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS