पानीपत की धागा फैक्टरी में करंट लगने से तीन श्रमिकों की मौत, 2 दिन में गई 5 की जान
पुलिस ने जांच के बाद तीनों शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल भिजवा कर इस दर्दनाक हादसे की जांच शुरू कर दी है। वहीं पानीपत में दो दिन के अंदर बिजली का करंट लगने से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

पानीपत के गांव खोतपुरा के रकबे में स्थित धागा फैक्टरी में कथित रूप से धूप सेकने के लिए छत पर पहुंचे चार मजदूरों को बिजली का करंट लग गया, हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया। वहीं हादसे के बाद फैक्टरी के कर्मचारियों ने हंगामा किया और मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की। इधर, पुलिस फैक्टरी में पहुंची और हंगामा कर रहे श्रमिकों को शांत किया,
पुलिस ने जांच के बाद तीनों शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल भिजवा कर इस दर्दनाक हादसे की जांच शुरू कर दी है। वहीं पानीपत में दो दिन के अंदर बिजली का करंट लगने से पांच लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को पानीपत सिटी की देश राज कालोनी में टीन की चादर छह पर चढाते समय घर के मालिक व रिक्शा चालक की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पानीपत के गांव खोतपुरा के रकबे में जीएस स्पीनिंग मिल है और बडी संख्या में मजदूर इस मिल में काम करते है और मिल परिसर में बने क्वार्टरों में निवास करते है। वहीं 21 वर्षीय मुनीष पुत्र कुर्बान निवासी गांव कमरखोद गुहावाडी जिला किशनगंज, बिहार, 19 वर्षीय अनुज पुत्र राम अवतार निवासी गांव पलरा जिला कानपुर, उत्तर प्रदेश, 19 वर्षीय नीतिश पुत्र रुद्रपाल निवासी गांव गेरा खेडा जिला फतेहपुर, उत्तर प्रदेश, 21 वर्षीय मोहित पुत्र शिव सागर निवासी गांव धर्मपुर कुडनी जिला कानपुर देहात उत्तर प्रदेश जीएस स्पीनिंग मिल में काम करते है और फैक्टरी परिसर में ही निवास करते है।
इधर, फैक्टरी की छत के निर्माण में प्रयोग किए गए सरियों को भविष्य में भवन के आगे के निर्माण के बाहर निकाल कर छोड रखा था, वहीं सरियों के पास से ही बिजली की लाइन जा रही है। दूसरी ओर, शनिवार को मुनीष, नीतिश, अनुज फैक्टरी की छत पर गए थे, तीनों ने यहां पर पहुंचने के बाद मोहित को छत पर बुलाया। चारों काफी देर तक बातचीत करते रहे। इस दौरान मोहित पान मसाला खा कर पाउच फैंकने छत पर दूसरी ओर चला गया,
इसी समय मुनीष, नीतिश व अनुज ने छत में भविष्य के निर्माण के लिए निकाले गए सरियों को हिला दिया और ये सरिया पास से गुजर रही बिजली की तारों से छू गए, सरियों के बिजली के तार से छूते ही मुनीष, नीतिश व अनुज को करंट लगा, इनकी चीख सुन कर मोहित इन्हें बचाने आया, जैसे ही मोहित ने अपने साथियों को छुआ तो उसे बिजली ने कडा झटका देकर फैंक दिया। हादसे में मुनीष, अनुज व नीतिश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मोहित के हाथ व पैर बिजली का करंट लगने से झुलस गए।
घटना की सूचना मिलने पर थाना सदर पुलिस व फैक्टरी के मालिक घनश्याम गोयल अपने परिजनों के साथ फैक्टरी में पहुंचे। इससे पहले मोहित को चिकित्सा के लिए पानीपत लाया गया। इधर, साथी श्रमिकों ने तीनों श्रमिकों की मौत को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। हालात बेकाबू न हो जाए पुलिस ने तत्काल नरम रुख अपना लिया और फैक्टरी मालिक भी श्रमिकों की नाराजगी को देख वहां से चले गए।
वहीं थाना सदर पुलिस द्वारा पूरे घटनाक्रम व तनावपूर्ण हालात की जानकारी मिलने पर डीएसपी सतीश वत्स फैक्टरी पहुंचे और हंगामा कर रहे श्रमिकों से बातचीत की। डीएसपी वत्स ने कहा कि अनुज, मुनीष, नीतिश की मौत का सभी को दुख है और वे तीनों के परिजनों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे जो भी संभव होगा पीडित परिवार के लिए किया जाएगा। डीएसपी वत्स से करीब आधा घंटे बातचीत के बाद थाना सदर पुलिस को श्रमिकों ने तीनों मृतकों के शवों को उठाने दिया।
पुलिस ने घटनास्थल की गहन जांच की और तीनों मजदूरों के शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल भिजवा दिया। वहीं मृतकों के साथी श्रमिक रिश्तेदार अजीत व माधव ने कहा कि तीनों श्रमिकों की मौत के लिए फैक्टरी मालिक जिम्मेदार है, छत पर निकले सरियों के समाधान के लिए कई बार फैक्टरी मालिक को कहा गया, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया और ये सरिये ही तीनों श्रमिकों की मौत का कारण बन गए।
इधर, फैक्टरी मालिक घनश्याम गोयल ने कहा कि तीनों श्रमिकों की मौत बिजली का करंट लगने से हुई है और उन्हें व उनके परिजनों को इस घटना का गहरा दुख है। दूसरी ओर, समाचार लिखे जाने तक मृतक श्रमिकों के शवों के पोस्टमार्टम नहीं हुए थे, साथी श्रमिक मृतक मजदूरों के परिजनों को आर्थिक मदद की मांग कर रहे थे, हालांकि पुलिस इस केस की जांच कर रही थी,
वहीं श्रमिक संगठनों के नेता भी सिविल अस्पताल में जमे हुए थे और ये भी पीडित परिवारों की आर्थिक मदद व फैक्टरी मालिक पर केस दर्ज करने की मांग कर रहे थे। इधर, डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि तीन श्रमिकों की मौत के मामले की पुलिस जांच कर रही है, पुलिस की जांच में जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा उस पर थाना सदर में मुकदमा दर्ज करवा कर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
दो दिन में बिजली का करंट लगने से पांच की मौत
पानीपत में शुक्रवार को बिजली का करंट लगने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि शनिवार को बिजली का करंट लगने से तीन श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि एक मजदूर घायल हो गया। शुक्रवार को पानीपत की देशराज कालोनी में टीन की चादर को छत पर चढाते समय बिजली का करंट लगने से घर के मालिक मोहित व रिक्शा चालक शहजान की मौत हो गई थी।
मोहित के घर के उपर से 11 केवीए क्षमता की बिजली की लाइन गुजरी हुई है। मोहित तीन बहनों का अकेला भाई था और परिवार का अकेला कमाने वाला था, जबकि शहजान रिक्शा चला कर अपना व अपने परिवार का पेट पाल रहा था और मृतक मूल रूप से बिहार के कटिहार का निवासी था व पानीपत की चांदनी बाग कालोनी में किराये के मकान में रहता था।
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