Zubeen Garg death: जुबीन गर्ग के मैनेजर-ऑर्गेनाइजर गिरफ्तार, सिंगर की मौत के मामले में होगी पूछताछ

जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में मौत हुई थी।
Zubeen Garg death: मशहूर गायक जुबीन गर्ग की मौत के मामले में असम पुलिस ने बुधवार को दो बड़ी गिरफ्तारियां कीं। सिंगापुर में हुई सिंगर की मौत की घटना को लेकर नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत और जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा को पुलिस ने 14 दिन की हिरासत में लिया है। इस मामले में दोनों से पूछताछ होगी।
इस मामले में असम सीआईडी की विशेष जांच टीम SIT जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इवेंट के ऑर्गेनाइजर महंत को मंगलवार रात दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया जब वह सिंगापुर से लौटे थे। दूसरी ओर, शर्मा को एक गुरुग्राम टोल प्लाज़ा से गिरफ्तार किया गया।
#WATCH | Assam | Zubeen Garg death case | Shyamkanu Mahanta and Siddharth Sharma were arrested by Assam police in Singapore and have been brought to Guwahati.
— ANI (@ANI) October 1, 2025
Shyamkanu Mahanta was the main organiser of the North East India Festival in Singapore, who took singer Zubeen Garg to… pic.twitter.com/Mvt37elAuz
रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धार्थ शर्मा पर राजस्थान में नजर रखी जा रही थी, लेकिन 25 सितंबर को उन्होंने अपना सिम कार्ड बदलकर पुलिस को चकमा दिया। हालांकि, कुछ ही दिनों में पुलिस ने उन्हें फिर ट्रैक कर लिया और सोमवार तड़के गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से जुबीन गर्ग का मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।
गिरफ्तारी के बाद दोनों को पुलिस कस्टडी में गुवाहाटी लाया गया और सीधे चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया गया, जहां कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा।
जुबीन गर्ग की मौत की जांच
52 वर्षीय जुबीन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर के लैजारस आइलैंड पर हुई थी। सिंगर नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में परफॉर्म करने के लिए सिंगापुर पहुंचे थे, लेकिन कार्यक्रम से पहले ही उनकी मौत हो गई। शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया कि गर्ग की मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान हुई, हालांकि उनकी पत्नी गरीमा सैकिया ने इसे लापरवाही से मौत बताया।
मौत की जांच पर उठे सवाल, फैंस में आक्रोश
सिंगापुर की फॉरेंसिक रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया था, लेकिन असम में जनता के आक्रोश और संदिग्ध परिस्थितियों को देखते हुए दूसरी बार पोस्टमार्टम कराया गया। इसके साथ ही, असम सरकार ने 10 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया।
जुबीन गर्ग की असम में गहरी लोकप्रियता थी। उनके निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। 23 सितंबर को उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई, जिसमें लाखों प्रशंसक शामिल हुए। अब लोगों ने उनकी मौत की जांच की मांग की है।
