सुशांत सिंह राजपूत केस में नया मोड़: परिवार ने CBI की रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट देने वाली रिपोर्ट पर उठाए सवाल

सुशांत सिंह राजपूत की 14 जून 2020 को मौत हुई थी।
Sushant Singh Rajput Death Case: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद चल रही जांच में नया मोड़ आया है। जून 2020 में अभिनेता की मौत को पुलिस ने आत्महत्या बताया था, लेकिन मामले की CBI को सौंपी गई थी। अब CBI ने रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट देते हुए अपनी क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में जमा कर दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिया पर किसी भी तरह से ‘गैरकानूनी तरीके से बंदी बनाने, धमकाने या आत्महत्या में उकसाने’ का कोई सबूत नहीं मिला। लेकिन इस रिपोर्ट को सुशांत के परिवार ने पूरी तरह खारिज कर दिया है।
सुशांत के परिवार ने कहा – ये है महज दिखावा
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, सुशांत के परिवार के वकील वरुण सिंह ने बताया, “यह पूरी रिपोर्ट महज एक धोखा है। अगर CBI सच सामने लाना चाहती, तो कोर्ट में पूरी जांच की डिटेल्स जैसे चैट रिकॉर्ड, तकनीकी सबूत, गवाहों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट्स के साथ फाइनल रिपोर्ट पेश करती, जो उन्होंने नहीं की। हम इस रिपोर्ट के खिलाफ कोर्ट में विरोध की याचिका दायर करेंगे क्योंकि यह जांच अधूरी और कमजोर है।”
CBI की जांच में क्या निकला?
रिपोर्ट के अनुसार, जांच में यह खुलासा हुआ कि सुशांत ने आत्महत्या की थी। जांच में पाया गया कि 8 जून से 14 जून 2020 तक रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक, एक्टर के साथ नहीं रह रहे थे। 8 जून को रिया और शोविक घर छोड़ गए थे। सुशांत ने 10 जून को शोविक से व्हाट्सएप पर बातचीत की थी, लेकिन रिया से इस अवधि में कोई बातचीत नहीं हुई। वहीं, सुशांत के फ्लैट में मीटू सिंह 8 से 12 जून तक उनके साथ थीं।
चोरी और गबन के आरोपों का CBI ने किया खंडन
चोरी और गबन के आरोपों पर CBI ने कहा, “रिया ने 8 जून को जब सुशांत का घर छोड़ा, तब उन्होंने अपनी एप्पल लैपटॉप और एप्पल वॉच अपने साथ ली, जो सुशांत ने उन्हें गिफ्ट की थीं। जांच में कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है जिससे पता चले कि रिया या किसी अन्य आरोपी ने सुशांत की जानकारी के बिना उनकी संपत्ति को गलत तरीके से अपने कब्जे में लिया हो।”
कोर्ट में लड़ेगा परिवार
सुशांत के परिवार ने CBI की इस क्लोजर रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है। वकील ने बताया है कि वे कोर्ट में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उनका कहना है कि इस मामले में अब भी कई सवाल अधूरे हैं।
