सिडनी में होगी 'शोले' की स्क्रीनिंग: 50 साल बाद असली क्लाइमैक्स के साथ होगी रिलीज; जानें क्या है खास

'शोले' के एक सीन में ठाकुर (संजीव कुमार) और गब्बर (अमजद खान)
Sholay new Climax scene: फिल्म 'शोले' भारतीय सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर मानी जाती है। इसके डायलॉग्स, कहानी, गाने और कलाकारों की एक्टिंग आज भी जीवंत है। अब 50 साल बाद पहली बार इस फिल्म का ओरिजिनल वर्जन दर्शकों के सामने आएगा। नए वर्जन में क्लाइमैक्स कुछ अलग होगा जिसे ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने जा रहे 'इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ सिडनी' (IFFS) में दिखाया जाएगा।
क्या है नया क्लाइमैक्स?
दरअसल शोले के इस नए वर्जन के क्लाइमैक्स में ठाकुर (संजीव कुमार), खूंखार डाकू गब्बर सिंह (अमजद खान) को अपने हाथों से मार देते हैं। ये वो क्लाइमैक्स होगा जिसे पहले शूट किया गया था लेकिन पर्दे पर कभी नहीं दिखाया गया। लेकिन अब इस ऐतिहासिक वर्ज़न को IFFS में दिखाया जाएगा, जो 9 से 11 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में शोले की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी जाएगी।

ओरिजनल वर्जन में होगी 'शोले' की स्क्रीनिंग
‘शोले’ को ओरिजनल री-स्टोर करने के लिए इसे 4K में फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और रमेश सिप्पी फिल्म्स की साझेदारी में रिस्टोर किया गया है। फिल्म को री-स्टोर करने के लिए एक बड़ी प्रक्रिया की गई जिसमें लंदन से कलर प्रिंट्स लाए गए और सालों तक फिल्म की ओरिजिनल नेगेटिव्स और डिलीटेड सीन बरामद किए गए।
क्यों बदला गया था शोले का क्लाइमैक्स?
निर्देशक रमेश सिप्पी ने इस फिल्म का डायरेक्शन किया था। वह शुरू से ही चाहते थे कि फिल्म का अंत न्यायपूर्ण हो- जिसमें ठाकुर अपने पूरे परिवार की हत्या का बदला लेते हुए गब्बर को मार डाले। लेकिन उस समय के डिस्ट्रिब्यूटर्स के दबाव और सेंसरशिप नियमों के चलते फिल्म का आखिरी सीन बदला गया, जिसमें गब्बर को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है।
लेकिन अब, 50 साल बाद ओरिजनल क्लाइकैक्स के साथ फिल्म पहली बार दर्शकों के सामने आने जा रहा है।

लीजेंड्री फिल्म बनी 'शोले'
‘शोले’ 1975 में रिलीज हुई थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, जया बच्चन, संजीव कुमार और अमजद खान जैसे दिग्गज कलाकार मुख्यों भूमिकाओं में थे। यह फिल्म अपने समय की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर रही। ये दशकों तक सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी रही।
