Opal Suchata: थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगसरी ने रचा इतिहास, कैंसर को मात देकर बनीं मिस वर्ल्ड 2025 विनर, पढ़ें सक्सेस स्टोरी

थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगसरी ने मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब जीतकर रचा इतिहास
Opal Suchata Chuangsri : थाईलैंड की 21 वर्षीय ओपल सुचाता चुआंगसरी ने मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली वह थाईलैंड की पहली महिला हैं। हैदराबाद में आयोजित 72वें मिस वर्ल्ड का ग्रैंड फिनाले में उन्हें यह ताज 2024 की मिस वर्ल्ड रही क्रिस्टनी पिज्कोवा ने पहनाया तो आंसू छलक पड़े। आत्मविश्वासपूर्ण प्रस्तुति, बुद्धिमत्ता और कैंसर से जूझकर विजयी बनने की उनकी इस कहानी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया।
कैंसर सर्वाइवर से क्राउन विनर तक का सफर
ओपल की कहानी केवल सौंदर्य की नहीं, बल्कि अदम्य साहस और जिजीविषा की मिसाल है। कम उम्र में ही कैंसर का सामना करना, और फिर उसे मातदेकर मिस वर्ल्ड जैसी वैश्विक प्रतियोगिता में जीत हासिल करना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उनकी यह यात्रा लाखों युवाओं, खासकर लड़कियों के लिए प्रेरणा है कि हालात चाहे जैसे भी हों, संकल्प और मेहनत से हर सपना सच हो सकता है।
सोनू सूद ने प्रभावशाली प्रश्न
सोनू सूद ने ओपल से बेहद प्रभावशाली प्रश्न पूछा-कहा आपके मिस वर्ल्ड बनने के सफर ने आपको कहानियों को किस तरह से बताया जाता है। इस बारे में सच्चाई और व्यक्तिगत जिम्मेदारी के बारे में क्या सिखाया?
ऐसा व्यक्ति बनें जिसे कोई न कोई आदर्श माने
ओपल ने इस पर बेहद भावुक और खूबसूरत जवाब दिया। कहा, ऐसा व्यक्ति बनें जिसे कोई न कोई आदर्श मानता हो। आप कौन हैं और उम्र क्या, फर्क नहीं पड़ता। आपके आसपास कोई न कोई ऐसा होता ही है जो आपसे प्रेरणा लेता है। नेतृत्व केवल शब्दों से नहीं, बल्कि कार्यों से होना चाहिए। यही सबसे बड़ा योगदान है जो हम समाज को दे सकते हैं।
थाईलैंड के लिए गर्व का क्षण
ओपल की जीत ने थाईलैंड को वैश्विक सौंदर्य मंच पर नई पहचान दिलाई है। अब तक थाईलैंड ने मिस वर्ल्ड का खिताब कभी नहीं जीता था। ओपल ने इस कमी को न केवल पूरा किया है, बल्कि दुनिया को यह संदेश भी दिया है कि एशियाई महिलाएं भी वैश्विक मंच पर मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती हैं।
मंच पर बोले गए शब्दों ने जीता दिल
ओपल से फाइनल राउंड में जब पूछा गया कि वह विश्व सुंदरी बनने के बाद क्या बदलाव लाना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा- मैं चाहती हूं कि हर युवा, विशेषकर लड़कियाँ, यह जानें कि बीमारी या कठिनाइयाँ उन्हें कमजोर नहीं बनातीं। बल्कि वही उन्हें ताकतवर बनाती हैं। मैं अपनी कहानी के ज़रिए ऐसे लोगों को प्रेरित करना चाहती हूं जो हार मान चुके हैं।
सुंदर चेहरा नहीं, बल्कि मजबूत विचार
मिस वर्ल्ड ओपल सुचाता के इन शब्दों से स्टेज पर कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया। फिर तालियों की गड़गड़ाहट ने साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक सुंदर चेहरा नहीं, बल्कि एक मजबूत विचार हैं।
क्रिस्टीना पिस्ज़कोवा ने पहनाया ताज
2024 की मिस वर्ल्ड क्रिस्टीना पिस्ज़कोवा ने जब ओपल को ताज पहनाया, तो दोनों की आँखों में आंसू थे। एक सम्मान, दूसरा भावुकता। यह क्षण न केवल थाईलैंड, बल्कि पूरे एशिया के लिए ऐतिहासिक बन गया।
ओपल की जीत का संदेश
ओपल सुचाता चुआंगसरी आज सिर्फ मिस वर्ल्ड नहीं, बल्कि एक युग की प्रतिनिधि हैं। उनकी सुंदरता में सकारात्मक उद्देश्य और सफलता का रहस्या छिपा है। मंच से वह ऐसे लोगों को हौसला दे गईं, जो दुनिया बदलने की चाहत तो रखते हैं, लेकिन चुनौतियों से हार मान ली है।
राजनीति में कॅरियर बनाना चाहती हैं ओपल सुचाता
ओपल सुचाता वर्तमान में राजनीति विज्ञान की पढ़ाई कर रही हैं। भविष्य में राजनयिक बनने का सपना है। उनका मानना है कि सौंदर्य केवल बाहरी नहीं होता। असली सुंदरता तो उस विचार और उद्देश्य में होती है, जिससे हम दुनिया में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें।
