आवारा कुत्तों पर SC के आदेश का विरोध: जॉन अब्राहम, जान्हवी, वरुण समेत बॉलीवुड सितारों ने उठाई आवाज

बॉलीवुड सितारों ने आवारा कुत्तों को हटाने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश का विरोध किया।
Bollywood Celebs reacts on stray dogs order: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर से सभी आवारा कुत्तों को हटाकर शेल्टर होम में भेजने का आदेश दिया है। इस फैसले पर बॉलीवुड के कई सितारों ने इसका कड़ा विरोध किया है। जॉन अब्राहम, रवीना टंडन, जान्हवी कपूर, वरुण धवन, वरुण ग्रोवर और रूपाली गांगुली जैसे कलाकारों ने सोशल मीडिया के जरिए इस फैसले पर नाराज़गी जताई और इसे अमानवीय करार दिया।
जॉन अब्राहम ने लिखा चीफ़ जस्टिस को पत्र
जॉन अब्राहम ने भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी. आर. गवई को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश पर पुनर्विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ये कुत्ते आवारा नहीं, बल्कि ‘कम्युनिटी डॉग्स’ हैं, जो वर्षों से इंसानों के साथ पड़ोसी की तरह रहते आए हैं।
रवीना टंडन ने किया विरोध
रवीना टंडन ने कहा कि जहां इंडी डॉग्स की संख्या बढ़ी है, वहां असली गलती कुत्तों की नहीं, बल्कि स्थानीय निकायों की है, जिन्होंने समय पर टीकाकरण और नसबंदी अभियान नहीं चलाए।
जान्हवी और वरुण धवन का विरोध
जान्हवी कपूर और वरुण धवन ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक नोट शेयर किया, जिसमें लिखा- "समस्या है, लेकिन पूरे समुदाय को पिंजरे में बंद करना समाधान नहीं है। ये वही कुत्ते हैं जो चाय की दुकान पर बिस्कुट का इंतज़ार करते हैं, बच्चों का स्वागत करते हैं और रात में दुकानों की रखवाली करते हैं।"

रुपाली गांगुली ने उठाई आवाज
'अनुपमा' फेम रुपाली गांगुली ने अपने X हैंडल पर लिखा, "हमारी परंपराओं में कुत्ते भैरव बाबा के मंदिर की रखवाली करते हैं। ये हमारे रक्षक हैं, इनको हटाना ऐसे है जैसे आग लगने से पहले अलार्म बंद कर देना।"
In our traditions, dogs guard Bhairav Baba’s temple and are fed on Amavasya for blessings. They’ve grown up on our streets, guarding shops, waiting outside our doors, barking away thieves.
— Rupali Ganguly (@TheRupali) August 12, 2025
If we remove them now, we risk losing our protectors before the real dangers arrive, like…
सिंगर मोहित चौहान ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर स्ट्रे डॉग के साथ वीडियो शेयर करते हुए लिखा- शहरों को आवारा कुत्तों से पूरी तरह मुक्त कर देना कोई समाधान नहीं है। कुत्तों को शहरों से बाहर बंदी बनाना कोई समाधान नहीं है। सहानुभूति दिखाना ही समाधान है। अंधेरी और खाली गलियों में हमारी रक्षा करने वाले इन बेघर कुत्तों का साथ दें। अपने सुरक्षा गार्डों और थानों से पूछें कि ये आवारा कुत्ते उनकी कितनी मदद करते हैं।"
आवारा कुत्तों को क्यों हटाया जा रहा है?
गौरतलब है कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और गुरुग्राम, नोएडा, गाज़ियाबाद की नगर निकायों को आदेश दिया था कि सभी आवारा कुत्तों को हटाकर शेल्टर में भेजा जाए, क्योंकि कुत्तों के काटने और रेबीज़ के मामलों में, खासकर बच्चों के बीच, तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। इस आदेश के खिलाफ अब दिल्ली भर में एनिमल राइट्स के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
