ऐश्वर्या राय ने अपने नाम-फोटो के गलत इस्तेमाल पर लगाई रोक, AI से बना अश्लील कंटेंट हो रहा था वायरल

ऐश्वर्या राय बच्चन (Photo- Instagram)
Aishwarya Rai Bachchan: बॉलीवुड डीवा और विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय बच्चन अपनी प्रभावशाली पर्सनालिटी की वजह से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रहती हैं। लेकिन डिजिटल युग में पॉपुलैरिटी के साथ-साथ उनकी छवि और पहचान का दुरुपयोग भी बढ़ गया है। इसी समस्या से निपटने के लिए ऐश्वर्या ने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है।
ऐश्वर्या राय पहुंचीं दिल्ली हाईकोर्ट
ऐश्वर्या ने पब्लिसिटी और पर्सनैलिटी राइट्स की रक्षा लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है जिसमें अपील की है कि उनके नाम, तस्वीरों और पहचान का बिना अनुमति के किसी भी प्लेटफार्मों या ब्रैंड्स पर दुरुपयोग रोका जा सके।
इस याचिका में मुख्य रूप से कमर्शियल धोखाधड़ी, और AI से तैयार की गई अश्लील एवं छेड़छाड़ की गई तस्वीरों के प्रसार को रोकने की मांग की गई है। मामले की अगली सुनवाई 15 जनवरी 2026 को होगी।
ऐश्वर्या के नाम-फोटो का हो रहा था गलत इस्तेमाल
अभिनेत्री की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सेठी ने कोर्ट को बताया कि उनके नाम और पहचान का बड़े स्तर पर लाभ के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने उन वेबसाइट्स का हवाला दिया जो खुद को आधिकारिक प्लेटफॉर्म बताकर बिना अनुमति के ऐश्वर्या की तस्वीरों और नाम वाले मर्चेंडाइज़ जैसे मग, टी-शर्ट आदि बेच रही हैं।
सेठी ने एक कंपनी ‘ऐश्वर्या नेशन वेल्थ’ का भी जिक्र किया, जिसने धोखाधड़ी से आधिकारिक दस्तावेजों में ऐश्वर्या को अपनी चेयरपर्सन बताया है, जबकि उनका उस कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। यह कदम धोखाधड़ी और गैरकानूनी है।
उन्होंने आगे बताया कि ऑनलाइन AI के जरिये अश्लील और छेड़छाड़ की गई छवियां भी फैल रही हैं, जो न केवल गलत हैं बल्कि ऐश्वर्या की गरिमा और अधिकारों का गंभीर उल्लंघन भी हैं। उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या की AI तस्वीरों के जरिए अश्लील कंटेटं परोसा जा रहा था।
क्या है पब्लिसिटी और पर्सनैलिटी राइट्स?
ऐश्वर्या अपने प्रचार के अधिकार के लिए लड़ रही हैं, जिसे आम तौर पर पर्सनल राइट्स के नाम से जाना जाता है। यह किसी की छवि, नाम या समानता की सुरक्षा, नियंत्रण और लाभ का अधिकार है। इसे जरिए किसी कोई भी अपने नाम, आवाज, छवि, डायलॉग और हस्ताक्षर को सुरक्षित रख सकता है।
