मां का सपना, मौसी का सहारा और दादा-दादी की सीख: भोपाल के तीन होनहारों ने NEET में रच दी कामयाबी की कहानी

NEET UG 2025 Result: भोपाल के आगम जैन ने 45वीं रैंक, सौम्या तिवारी ने 506वीं रैंक और आर्यमन ठाकुर ने 568वीं रैंक हासिल की।
मधुरिमा राजपाल, भोपाल
NEET 2025 Result 2025: नीट यूजी 2025 का रिजल्ट जारी हो चुका है और मध्य प्रदेश से टॉप 100 में 5 छात्रों ने जगह बनाई है। इंदौर के उत्कर्ष अवधिया ने जहां AIR 2 हासिल की, वहीं भोपाल के आगम जैन ने 45वीं रैंक, सौम्या तिवारी ने 506वीं रैंक, और आर्यमन ठाकुर ने 568वीं रैंक प्राप्त कर प्रदेश को गौरवान्वित किया।
भोपाल के तीन होनहार, जिन्होंने रचा इतिहास
दादा-दादी ने हमेशा दी जीवन में प्रोग्रेसिव रहने की सीख, उसी को जीवन मंत्र माना
नाम- आगम जैन
- एआईआर- 45 रैंक
नीट में भोपाल से 45 रैंक लाने वाले आगम जैन ने कहा कि मेरे माता-पिता दोनों ही डॉक्टर है इसीलिए मुझे शुरू से ही डॉक्टर बनने की ख्वाहिश थी और मेरे पिता के अस्पताल का नाम भी आगम आई हॉस्पिटल है तो मेरे दिल में था कि मुझे डॉक्टर ही बनना है और नीट एग्जाम को अच्छे नंबर से क्रैक करना है। उन्होंने कहा कि 2 साल पहले मैंने नीट की प्रिपरेशन स्टार्ट की थी, जिसमें मैं 3 से 4 घंटे रोजाना पढ़ता था और एग्जाम के टाइम मैं 8 से 9 घंटे तक पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा फोकस रहता था कि सब्जेक्ट को अच्छे से कंप्लीट करुं, जिसमें मैं क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान देता था। उन्होंने कहा कि किसी भी सब्जेक्ट में टफ या इजी जैसी कोई चीज नहीं होती, यदि कोई चीज आपको समझ में देरी से आ रही है तो आप पूरी जान लगाकर उसे पढ़ें, आपको सफलता जरुर मिलेगी।

आगम ने आगे कहा कि मेरे परिवार में मेरे दादा-दादी भी हैं और उन्होंने भी मुझे पढ़ाई के लिए हमेशा मोटिवेट किया और सिर्फ पढ़ाई के लिए ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी उन्होंने मुझे जिम्मेदारियां सिखाई हैं और कहा है कि जीवन में हमेशा प्रोग्रेसिव रहना चाहिए। बस दादा दादी के सिद्धांतों और दी हुई सीख को मैंने अपने जीवन में ढाला हैं और उनके आर्शिवाद से जीवन में आगे बढ़ता जाऊंगा।
कोविड में मां को खोया, मौसी ने दिया मां सा प्यार और क्रैक किया नीट और जेईई
नाम- सौम्या तिवारी
एआईआर- 506 रैंक
नीट एग्जाम में 506 रैंक लाने वाली सौम्या तिवारी का कहना है कि साल 2021 में कोविड की वजह से मैंने अपनी मां को खो दिया और उसके बाद से ही मेरी मौसी ने ही मेरा पालन पोषण किया है। जहां मेरी मां ने मेरे अंदर पढ़ने की जिजीविषा और इच्छा भरी तो मौसी ने उन ईच्छाओं को पंख दिए। सौम्या कहती है कि मैंने नीट के साथ-साथ जेईई का भी एग्जाम दिया था और मैंने दोनों ही एग्जाम क्रैक किए हैं।

उन्होंने आगे कहा कि क्योंकि मेरा शुरू से ही मैथ्स सब्जेक्ट फेवरेट रहा है, इसीलिए मैं जेईई का चयन करुंगी और आईआईटी इंस्टीट्यूट में दाखिला लूंगी। सौम्या ने कहा कि दो सब्जेक्ट लेने की वजह से मैंने पढ़ाई भी बहुत ज्यादा की हैं। रोजाना करीब 7 से 8 घंटे पढ़ाई की और फिर दोनों एग्जाम क्रैक किए। लेकिन इन सभी में सबसे बड़ा योगदान मेरी मौसी मौसी विंध्या शर्मा का है जो सिविल इंजीनियर एवं आर्किटेक्ट हैं क्योंकि मुझे ऐसा लगता है कि उन्होंने जो प्यार और आगे बढ़ाने की ललक मेरे भीतर भरी यही चीज शायद मेरी मां भी मेरे लिए करती और आज मैं अपनी मौसी में अपनी मां की झलक देखती हूं।
9वीं क्लास से की प्रिपरेशन, रोजाना करता था 8-9 घंटे पढ़ाई
नाम- आर्यमन ठाकुर
- एआईआर- 568 रैंक

आकाश इंस्टीटयूट के आर्यमन ठाकुर ने नीट एग्जाम में 568 रैंक हासिल की। आर्यमन कहते हैं कि मैंने 9वीं क्लास से ही नीट एग्जाम की प्रिपरेशन की और इसके लिए मैं रोजाना 8-9 घंटे पढ़ाई करता था। उन्होंने कहा कि मुÞझे लगता है कि यदि आप अपने लक्ष्य की ओर फोकस हो तो उसे आसानी से हासिल कर सकते हो, मैंने भी यही किया और अपने लक्ष्य को पाया।
