मोटापे पर सख्ती: स्कूलों में लगेगी फिटनेस क्लास, छात्रों को सेहतमंद जीवनशैली का संदेश

मोटापे पर सख्ती: CBSE स्कूलों में लगेंगे चेतावनी बोर्ड, सेहतमंद जीवनशैली का संदेश
CBSE obesity guidelines 2025: भारत में बढ़ते मोटापे और जीवनशैली जनित बीमारियों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सभी संबद्ध स्कूलों को स्वास्थ्य चेतावनी बोर्ड (Oil Boards) लगाने के निर्देश दिए हैं। बताया कि स्कूल परिसर में यह बोर्ड लगाने का मूल उद्देश्य छात्रों और स्टाफ को स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रेरित करना और मोटापे के खतरों के प्रति जागरूक करना है।
सीबीएसई की शैक्षणिक निदेशक डॉ. प्रज्ञा एम. सिंह द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि देश में बच्चों और वयस्कों दोनों में मोटापे की दर चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। लिहाजा, छात्रों में खानपान की आदतें सुधारने और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह पहल शुरू की गई है।
मोटापा: भारत के सामने एक गंभीर चुनौती
NFHS-5 (2019-21) की रिपोर्ट के मुताबिक, शहरी भारत में हर पांच में से एक वयस्क अधिक वजन या मोटापे का शिकार है। वहीं, The Lancet GBD 2021 अध्ययन बताता है कि भारत में मोटे वयस्कों की संख्या 2050 तक 44.9 करोड़ तक पहुँच सकती है। ऐसा हुआ तो भारत दुनिया में दूसरा सबसे अधिक मोटापे वाला देश बन जाएगा।

स्कूलों में क्या कदम उठाए जाएंगे?
- चेतावनी बोर्ड (Oil Boards): स्कूलों के सामान्य स्थानों जैसे कैफेटेरिया, लॉबी, और हॉल में डिजिटल या स्थिर पोस्टर लगाएं जो अस्वस्थ खाने की आदतों के दुष्परिणाम बताते हों।
- स्वास्थ्य संदेशों का प्रचार: स्कूल की सभी आधिकारिक स्टेशनेरी जैसे लेटरहेड, नोटपैड आदि पर स्वास्थ्य संबंधी स्लोगन और चेतावनियाँ शामिल की जाएं।
- स्वस्थ भोजन और व्यायाम प्रोत्साहन: स्कूल कैंटीन में फल-सब्जियों से भरपूर, कम वसा वाले विकल्प बढ़ाए जाएं, और शुगरयुक्त पेय तथा हाई फैट स्नैक्स को सीमित किया जाए। साथ ही सीढ़ियों के उपयोग को बढ़ावा, एक्सरसाइज ब्रेक और पैदल मार्ग जैसी गतिविधियों को अपनाएं।
छात्रों की भागीदारी भी जरूरी
सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देशित किया है कि वे छात्रों को स्वास्थ्य बोर्ड बनाने, पोस्टर डिजाइन करने और वीडियो सामग्री बनाने के लिए प्रेरित करें। ताकि, यह पहल अनुभवात्मक और सहभागी बन सके। FSSAI की आधिकारिक वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर IEC सामग्री उपलब्ध है। स्कूल जागरूकता अभियान के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
