''हुदहुद'' की चपेट में आने अब तक 24 की मौत, वाराणसी दौरा रद्द कर पीएम जाएंगे विशाखापट्टनम

हुदहुद की चपेट में आने अब तक 24 की मौत, वाराणसी दौरा रद्द कर पीएम जाएंगे विशाखापट्टनम
X
करीब 195 किमी प्रति घंटे की तेज हवाओं ने सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश में नुकसान पहुंचाया।
हैदराबाद. समुद्री चक्रवात हुदहुद ने रविवार को आंध्र प्रदेश और ओडिशा में जमकर तबाही मचाई। दोनों राज्यों में कुल 24 लोग मारे गए हैं। दोनों राज्यों में संपत्ति का भी काफी नुकसान हुआ। आंध्र में सबसे ज्यादा नुकसान विशाखापट्‌टनम में हुआ। 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं की वजह से शहर में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए, कच्चे मकानों की छतें उड़ गईं और भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया। विशाखापट्‌टनम एयरपोर्ट को भी काफी नुकसान पहुंचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नुकसान का जायजा लेने के लिए मंगलवार को विशाखापट्‌टनम का दौरा करेंगे। हुदहुद की रफ्तार मंद पड़ने के बाद अब आगामी दो-तीन दिनों तक आंध्र और ओडिशा के अलावा दूसरे कई राज्यों में भारी बारिश का खतरा है।
विशाखापटनम चक्रवाती तूफान से बुरी तरह प्रभावित हुआ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'हुदहुद' तूफान के कारण अपनी वाराणसी यात्रा को स्थगित कर दिया है। पीएम तूफान से हुई बर्बादी का जायजा लेने के लिए विशाखापट्टनम जाएंगे। ये जानकारी खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी। पीएम ने ट्वीट किया कि वो आंध्र प्रदेश की सीएम से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और स्थिति का जायजा लेने के लिए वो कल विशाखापट्टनम जाएंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री कल वाराणसी के दौरे पर जाने था। पीएम इस क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं। हुदहुद की वजह से प्रधानमंत्री की पहली वाराणसी यात्रा को स्थगित करना पड़ रहा है।
साइक्लोन से पहले ही बड़े पैमाने पर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिए जाने से मौतों की संख्या सिर्फ छह तक सीमित रखने में मदद मिली। अब अगली इससे सबसे बड़ी चुनौती तूफान के कारण हो रही भारी बारिश से निपटने की है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को साइक्लोन से छत्तीसगढ़, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है।
अति तीव्र श्रेणी का चक्रवात दिन में करीब 11 बजे आंध्र के विशाखापट्टनम शहर से टकराया। करीब 195 किमी प्रति घंटे की तेज हवाओं ने सबसे ज्यादा यहीं पर नुकसान पहुंचाया। विशाखापट्टनम, श्रीकाकुलम, विजयनगरम और पूर्वी गोदावरी जिलों के करीब 320 गांवों में पेड़ उखड़ने, इमारतें गिरने से संचार और बिजली सेवाएं ठप हो गईं। इसके करीब 6 घंटे बाद ही हुदहुद की रफ्तार घटकर 120 किमी प्रति घंटा रह गई।
170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार की तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण विशाखापत्तनम, विजियानगरम और श्रीकाकुलम जिलों में सामान्य जन जीवन काफी प्रभावित हुआ है। रविवार दोपहर से पहले विशाखापत्तनम में चक्रवातीय तूफान प्रवेश कर गया। इसके कारण तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण पेड़ उखड़ गए, कच्चे मकानों की छतें उड़ गई। आंध्रप्रदेश से जहां करीब 2.5 लाख लोगों को निकाला गया है, वहीं ओडिशा के तटीय जिलों से भी करीब 1 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।

नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए, क्या हैं सरकारी तैयारियां-

खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि और हमें फॉलो करें ट्विटर पर-

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

  • 1
  • 2
  • 3
  • 4

  • Next Story