...तो इसलिए पड़ रही है जानलेवा गर्मी, CSE के वैज्ञानिकों ने किया खुलासा

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By - haribhoomi.com |28 May 2015 6:30 PM
गर्मी से सबसे ज्यादा दक्षिण-भारत के तेलंगाना और आंध्र-प्रदेश में मौतें हुई हैं।
नई दिल्ली. केंद्रीय विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र का कहना है कि देश में बीते कुछ समय से जारी गर्मी की लहर (हीट वेव) मौसम में तेजी से हो रहे बदलावों का ही एक हिस्सा हो सकता है। इसे आमतौर पर हम जलवायु परिवर्तन के नाम से जानते हैं। अब तक गर्म हवाओं की वजह से देश में दो हजार लोगों की जानें जा चुकी हैं। सबसे ज्यादा दक्षिण-भारत के तेलंगाना और आंध्र-प्रदेश में मौतें हुई हैं। इस दौरान तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सीएसई ने इस विषय पर की गई अपनी पड़ताल के जरिए दी है, जिसे बृहस्पतिवार को उसने मीडिया से साझा किया।
सीएसई के वैज्ञानिक गर्म दिन को परिभाषित करते हुए कहते हैं कि जब तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस का इजाफा हो या बीते करीब तीन दशकों से उस दिन का तापमान औसत से ज्यादा रिकॉर्ड हो तो उसे गर्म दिन कहते हैं। सीएसई के क्लाइमेट चेंज के प्रोग्राम मैनेजर अर्जुन श्रीनिधि ने कहा कि गर्म हवाओं में अकसर उस इलाके के तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस का इजाफा देखने को मिलता है।
वर्ष 2010 की तुलना में आज 2015 की बात करें तो अब कम समय में गर्म हवाओं की वजह से ज्यादा लोंगो की मौत हुई है। दिल्ली और अहमदाबाद में बीते दिनों रात के दौरान भी तापमान में बढ़ोतरी देखी गई और यह क्रमश: 39 और 36 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। गर्म हवाओं वाले दिनों में भी इजाफा हो रहा है और यह हर साल 5 दिनों की बढ़त के साथ 30 और 40 पर पहुंच रहे हैं।
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