NaMo और BHIM ऐप ने उड़ाई एनसीसी कैडेट्स की नींद, सरकार के फरमान से हुए परेशान

नमो और भीम ऐप ने एनसीसी कैडेट्स की नींद उड़ा रखी है। ऐन परीक्षा के वक्त छात्रों को इन ऐप को डाउनलोड करने कहा जा रहा है। एनसीसी कैडेट्स के लिए फरमान जारी किया गया है कि उनके मोबाइल पर भीम और नमो ऐप होना अावश्यक है।
यही नहीं, प्रत्येक छात्र को दस अन्य को ये ऐप डाउनलोड कराने कहा गया है। प्रदेश में एनसीसी के लगभग 30 हजार कैंडिडेट्स हैं। इन 30 हजार कैडेट्स में स्कूल और कॉलेज दोनों के छात्र शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें- ई-वे बिल में गड़बड़ी का पहला मामला छत्तीसगढ़ में, 19 हजार का बिल बनाकर भरा लाखों का माल
महाविद्यालयीन परीक्षाएं अभी चल रही हैं। वहीं जिलास्तर पर आयोजित होने वाली नवमी-ग्यारहवीं की परीक्षाएं भी अभी खत्म नहीं हुईं। परीक्षाओं के बीच जारी इस फरमान के बाद छात्र एग्जाम की तैयारी छोड़ ऐप का गुणा-भाग समझने में लगे हुए हैं।
अधिकतर एनसीसी कैडेट्स सरकारी स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र हैं। कई छात्रों की आर्थिक स्थिति इतनी समृद्ध नहीं है कि वे स्मार्टफोन ले सकेें।
बातें साझा करने और लेन-देन के लिए
एनसीसी के अधिकारियों का कहना है कि एनसीसी कैडेट्स को मिलने वाली राशि का लेन-देन भीम ऐप के जरिए ही किया जाएगा, इसलिए छात्रों को भीम ऐप डाउनलोड करने कहा जा रहा है।
प्रधानमंत्री एनसीसी कैडेट्स से जुड़कर उनकी समस्याओं को जानना चाहते हैं और उनसे अपनी बातें साझा करना चाहते हैं, इसलिए नमो ऐप डाउनलोड करने छात्रों को कहा गया है।
इसे भी पढ़ें- दंतेवाड़ा: सीएएएफ के जवान का मिला शव, 24 मार्च से थे लापता
जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि केवल छात्रों को ऐप डाउनलोड करने कहा गया है। अन्य 10 को ऐप डाउनलोड करवाने जैसा कोई टारगेट नहीं दिया गया और ना ही कोई दबाव बनाया जा रहा है। वहीं कुछ एनसीसी छात्रों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि उन पर ऐप डाउनलोड करने दबाव बनाया जा रहा है।
डाटा जाएगा दिल्ली
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएमओ से एनसीसी यूनिट्स को नमो ऐप डाउनलोड करवाने आदेश जारी किया गया है।
एनसीसी डायरेक्टोरेट दिल्ली से उन सभी स्कूलों और महाविद्यालयों को ये खत जारी हुए हैं, जहां एनएसीसी गतिविधियां संचालित हैं। न केवल छात्रों को नमो ऐप डाउनलाेड करने कहा जा रहा है, बल्कि छात्रों के फाेन नंबर और ईमेल आईडी का डाटा भी एनसीसी के दिल्ली डायरेक्टोरेट भेजा जा रहा है।
ऐसे समय में जब डाटा लीक को लेकर पूरी दुनिया में विवाद चल रहा है, छात्रों से उनकी निजी जानकारियां मांगे जाने पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
मेल आईडी व फाेन नंबर
छात्रों से उनके मेल अाईडी और फोन नंबर मांगे गए हैं। उनके पास स्मार्टफोन है अथवा नहीं, इसकी भी जानकारी मांगी गई है। ऐप डाउनलोड करने कोई दबाव नहीं है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Tags
- होम
- क्रिकेट
- ई-पेपर
- वेब स्टोरीज
- मेन्यू
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS