रायपुर: रेलवे के लिए संजीवनी बनेगा ये सॉफ्टवेर, खोलेगा कई राज

रायपुर: रेलवे के लिए संजीवनी बनेगा ये सॉफ्टवेर, खोलेगा कई राज
X
आरपीएफ ने हैदराबाद या दिल्ली के सायबर एक्सपर्ट्स से इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है।

रेलवे की वेबसाइट हैक करने के लिए ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के खुलासे ने रेल महकमे को हिलाकर रख दिया है। हरिभूमि के खुलासे के बाद ऐसे सॉफ्टवेयर की परतें खोलकर सेंधमारी के राज का पता लगाने की कोशिशें तेज हो गई हैं।

रेलवे ने भिलाई में सायबर कैफे संचालक के सिस्टम में पाए गए सॉफ्टवेयर को ही सेंधमारी रोकने के लिए संजीवनी की तरह उपयोग करने की तैयारी की है।

यही वजह है, अब अारोपी के मोबाइल से लेकर उसके सिस्टम में लगे सॉफ्टवेयर की अत्याधुनिक लैब से जांच कराने की बात कही जा रही है।

आरपीएफ ने हैदराबाद या दिल्ली के सायबर एक्सपर्ट्स से इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है।

जांच का सबसे अहम बिंदु यही होगा कि रेलवे की जिस वेबसाइट से हर दिन लाखों लोग सैकड़ों ट्रेनों के टिकट बुक करते हैं, उसमें किसी एक ट्रेन के सिस्टम को किस तरह हैक किया जा सकता है, इसकी जांच की जाएगी।

इतना ही नहीं, सॉफ्टवेयर में मौजूद अन्य फीचर्स की भी पड़ताल होगी। रेलवे ने आरपीएफ की टीम को बाजार में मौजूद रेलवे से संबंधित सॉफ्टवेयर का पता लगाने भी कहा है।

कमर्शियल विभाग के एक्सपर्ट्स ने क्रिश की मदद से वेबसाइट को सुरक्षित करने की जांच भी शुरू कर दी है।

नेटवर्क की होगी तलाश

भिलाई में हैकिंग मामले की जांच कर रही आरपीएफ टीम के सदस्यों ने बताया, आरोपी के टिकट हैकिंग के किसी बड़े नेटवर्क से मिले होने की भी आशंका है।

इस वजह से अब उसके मोबाइल के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। किस व्यक्ति से उसने बात की थी और किसने कहने पर आगे की तारीखों के टिकट बनाए थे, यह भी जांच के अहम बिंदु हैं।

हरिभूमि की पड़ताल में यह तथ्य भी सामने आया था कि देश के कई शहरों में हैकर्स नेटवर्क बनाकर टिकटों की बुकिंग का काम कर रहे हैं।

इधर हैकिंग, उधर वेटिंग

एक तरफ तो रेलवे की साइट में सेंध मारकर दलाल कन्फर्म टिकट बुक कर रहे हैं, दूसरी ओर यात्रियों को कन्फर्म टिकट के लिए खासी परेशानी हो रही है।

हावड़ा मुंबई मेल में ही अगले सात दिनों तक कभी भी 50 से अधिक वेटिंग की स्थिति है। सामान्य दिनों में भी इस ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिलता।

लंबी दूरी की दूसरी ट्रेनों में भी कमोबेश यही स्थिति है, जबकि दलाल आसानी से कन्फर्म टिकटों की मुंहमांगी रकम लेकर बेच रहे हैं। तत्काल के लिए भी अधिक राशि ली जा रही है।

लैब में होगी जांच

भिलाई में आरोपी के पास से जब्त सिस्टम की लैब में जांच कराई जाएगी। कॉल रिकॉर्डिंग समेत कई अन्य बिंदुओं की भी जांच की जा रही है। दूसरे स्थानों पर ऐसी घटनाओं को रोकने क्राइम ब्रांच को अलर्ट किया गया है।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story