ICSE Result 2019: आईसीएसई कंपार्टमेंटल परीक्षा का शेड्यूल हुआ जारी, ये रही पूरी डिटेल्स

ICSE Result 2019: आईसीएसई कंपार्टमेंटल परीक्षा का शेड्यूल हुआ जारी, ये रही पूरी डिटेल्स
X
ICSE Result 2019: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (आईसीएसई) ने 10वीं और 12वीं की कंपार्टमेंटल परीक्षा का लिए शेड्यूल जारी कर दिया है।

ICSE Result 2019: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (आईसीएसई) ने 10वीं और 12वीं की कंपार्टमेंटल परीक्षा का लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। छात्र कंपार्टमेंटल परीक्षा शेड्यूल आईसीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट www.cisce.org पर जाकर चेक कर सकते हैं। आईसीएसई में फेल छात्र कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए जून में ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। आईसीएसई 10वीं और 12वीं परीक्षा में एक विषय में फेल छात्र कंपार्टमेंटल परीक्षा शामिल हो पाएंगे।

आईसीएसई कंपार्टमेंटल परीक्षा में 10वीं और 12वीं के वे छात्र शामिल हो सकते हैं जो अंग्रेजी में उत्तीर्ण हुए हों। अंग्रेजी में फेल परीक्षार्थी कंपार्टमेंटल परीक्षा नहीं दे सकते हैं। 10वीं बोर्ड में अगर कोई छात्र अंग्रेजी और तीन मुख्य विषयों में पास हैं लेकिन एक विषय में फेल है, तो वैसे छात्र कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। और 12वीं में अंग्रेजी के साथ दोनों विषयों में पास, लेकिन एक विषय में फेल तो ऐसे परीक्षार्थी कंपार्टमेंटल में शामील हो सकेंगे।



आपको बता दें कि आईसीएसई रिजल्ट 2019 मई के दूसरे सप्ताह घोषित किए जाएगा। जो छात्र इस परीक्षा में फेल होंगे, वो कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन प्रक्रिया 7 दिन चलेगी और परीक्षाएं 15 से 17 जुलाई के बीच आयोजित कराई जाएंगी। कंपार्टमेंटल परीक्षा का रिजल्ट अगस्त में जारी किया जा सकता है। आईसीएसई कंपार्टमेंल परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को 1500 रुपए का भुगतान करना होगा।

आईसीएसई का उद्देश्य

आईसीएसई के एक अधिकारी ने बताया है कि बोर्ड का कंपार्टमेंल परीक्षा आयोजित कराने का मुख्य उद्देश्य है कि छात्रों का साल बर्बाद नहीं हो। एक विषय में फेल हुए परीक्षार्थी इस परीक्षा में भाग ले सकेंगे। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने इसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया है।

आपको बात दें कि गत कुछ सालों से आईसीएसई बोर्ड में भी फेल होने वाले छात्रो की संख्या बढ़ती जा रही है। पहले 5 प्रतिशत तक छात्र फेल होते थे, लेकिन अब पिछले पांच सालों में इसकी संख्या 12 प्रतिशत तक हो गई है।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story