सैलरी बढ़ी तो SIP भी बढ़ाएं: जानिए क्या है Step-up SIP? क्यों बढ़ रहा इसे लेकर इंवेस्टर्स का रुझान

Step up SIP Benefits
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स्टेप अप सिप करने के फायदे।

Step-up SIP: सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP की डिमांड पिछले कुछ वक्त में काफी बढ़ी है। इस के तहत निवेशक Step-up SIP में भी काफी दिलचस्पी दिखाने लगे हैं।

Step-up SIP: म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच Step-up SIP एक नया ट्रेंड बनता जा रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबी अवधि में अपने लक्ष्यों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करना चाहते हैं। आमतौर पर लोग SIP (Systematic Investment Plan) को एक तय राशि के साथ शुरू करते हैं, लेकिन समय के साथ उनकी आय तो बढ़ती है, निवेश उतना नहीं बढ़ता। ऐसे में Step-up SIP एक स्मार्ट और सुविधाजनक विकल्प बनकर सामने आया है।

Step-up SIP में निवेशक हर साल अपनी SIP राशि को एक तय प्रतिशत या निश्चित रकम से बढ़ा सकता है, जिससे उसकी निवेश की कुल राशि भी बढ़ती है और रिटर्न भी अधिक मिलता है। यह विकल्प विशेष रूप से युवाओं और मिड-लेवल सैलरी वालों के लिए मुफीद है, जिनकी इनकम साल दर साल बढ़ती है।

क्या है Step-up SIP?

Step-up SIP एक ऐसी निवेश योजना है जिसमें आप अपनी मौजूदा SIP राशि को समय-समय पर बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपने ₹5,000 की SIP शुरू की है और आप हर साल इसे ₹1,000 से बढ़ाना चाहते हैं, तो अगले साल यह ₹6,000 हो जाएगी। इसी तरह 5 साल में आपकी SIP ₹10,000 तक पहुंच सकती है। इससे आपके कुल निवेश में इजाफा होता है और कंपाउंडिंग का फायदा भी ज्यादा मिलता है।

क्यों बढ़ रही है Step-up SIP की लोकप्रियता?

बीते कुछ वर्षों में Step-up SIP को अपनाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसका मुख्य कारण यह है कि अधिकतर वेतनभोगी लोग हर साल वेतनवृद्धि (Salary Hike) का लाभ उठाकर अपनी निवेश राशि बढ़ाना चाहते हैं। यह आदत न केवल Disciplined Investing को बढ़ावा देती है बल्कि महंगाई के असर को भी कम करती है।

Step-up SIP के फायदे

लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन – छोटी राशि से शुरू कर धीरे-धीरे बढ़ाते हुए बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है।

इंफ्लेशन बीटिंग रिटर्न – बढ़ती लागतों के मुकाबले निवेश की ताकत बनाए रखी जा सकती है।

मन से बोझ कम – शुरुआत में छोटी रकम निवेश करके धीरे-धीरे आदत बनती है।

फाइनेंशियल गोल्स में मदद – शादी, घर, बच्चों की पढ़ाई जैसे बड़े लक्ष्यों के लिए फंड तैयार करना आसान हो जाता है।

निवेशकों को क्या ध्यान रखना चाहिए?

Step-up SIP शुरू करते समय यह तय करना जरूरी है कि कितनी प्रतिशत वृद्धि हर साल करेंगे। साथ ही, समय-समय पर पोर्टफोलियो की समीक्षा भी ज़रूरी है ताकि जोखिम और रिटर्न का संतुलन बना रहे।

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