Credit Score: कैसे बढ़ाएं अपना क्रेडिट स्कोर और पाएं सस्ते लोन,जानें 3 आसान तरीके

क्रेडिट स्कोर में सुधार के लिए ये तरीके अपनाएं।
credit score improvement tips: बेहतर क्रेडिट स्कोर सिर्फ बैंक से लोन दिलाने में ही नहीं मदद नहीं करता, बल्कि कम ब्याज दर पर ज्यादा फायेदमंद शर्तों के साथ लोन दिला सकता है। एक मजबूत क्रेडिट प्रोफाइल का सीधा सा मतलब है कि बैंक और फाइनेंशियल संस्थाएं आपको भरोसेमंद मानती हैं, जिससे आपकी जेब पर कम बोझ पड़ता है क्योंकि आपको आकर्षक ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
मान लीजिए दो लोग, जिनकी उम्र और इनकम लगभग समान है, पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते हैं। एक को 11% ब्याज पर लोन मिलता है जबकि दूसरे को 14.5% पर। सिर्फ इस ब्याज के अंतर के कारण 10 लाख रुपये के चार साल के लोन पर पहला व्यक्ति 2.41 लाख रुपये ब्याज देगा, जबकि दूसरा 3.24 लाख रुपये। यानी करीब 85 हजार रुपये का सीधा नुकसान।
क्रेडिट स्कोर कैसे तय होता है?
क्रेडिट स्कोर (300 से 900 तक) आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का पैमाना है। 750 से ऊपर का स्कोर बेहतरीन माना जाता है। इसका मतलब है कि आप समय पर कर्ज और क्रेडिट कार्ड के बिल चुकाते हैं। उच्च स्कोर वाले ग्राहक बैंकों के लिए कम रिस्क वाले होते हैं, इसलिए उन्हें बेहतर शर्तों पर लोन मिलता है।
तीन तरीके जिससे आप अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ा सकते
समय पर भुगतान करें
ईएमआई और क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर भरना सबसे अहम है। कभी-कभार देरी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, लेकिन बार-बार देरी करने से स्कोर गिर सकता है।
क्रेडिट का इस्तेमाल सीमित रखें
आपके क्रेडिट कार्ड और लोन की कुल लिमिट के मुकाबले इस्तेमाल 30-35% से ज्यादा नहीं होना चाहिए। ज्यादा उपयोग यह दिखाता है कि आप कर्ज पर ज्यादा निर्भर हैं।
क्रेडिट का संतुलित मिक्स रखें
सिक्योर्ड लोन (जैसे होम लोन, गोल्ड लोन) और अनसिक्योर्ड लोन (जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड) का बैलेंस बनाए रखें। सिर्फ अनसिक्योर्ड लोन पर ज्यादा निर्भर रहना आपके स्कोर के लिए अच्छा नहीं है।
भविष्य के लिए फायदा
हो सकता है अभी आपको लोन की जरूरत न हो, लेकिन आज का अच्छा स्कोर आपको आगे चलकर बड़े लोन और कम ब्याज दर पर आसानी से मंजूर करवा सकता है। यानी अभी से अच्छी वित्तीय आदतें डालना ही समझदारी है।
(प्रियंका कुमारी)
