Term vs traditional life insurance: टर्म और ट्रेडिशनल लाइफ इंश्योरेंस में क्या है अंतर? कैसे करें सही पॉलिसी का चुनाव

Term vs traditional life insurance difference
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Term vs traditional life insurance difference: टर्म और ट्रेडिशनल लाइफ इंश्योरेंस में क्या अंतर है। 

Term vs traditional life insurance: आजकल लोग टर्म इंश्योरेंस पर काफी जोर दे रहे। अपने जाने के बाद परिवार की वित्तीय सुरक्षा के लिए लोग इसे लेते हैं। इसके अलावा सामान्य लाइफ इंश्योरेंस भी होता है। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि परंपरागत लाइफ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस में क्या अंतर होता है।

Term vs traditional life insurance: जीवन बीमा लेने की बात आते ही बाजार में इतने विकल्प होते हैं कि आम आदमी उलझ जाता है। लेकिन असल में बीमा दो ही तरह के होते हैं। एक टर्म इंश्योरेंस और दूसरा पारंपरिक जीवन बीमा (जैसे एंडोमेंट या मनी-बैक प्लान)। दोनों के बीच फर्क समझ लेना बहुत जरूरी है। वर्ना एजेंट के वादों में फंसकर गलत फैसला हो सकता है।

टर्म इंश्योरेंस सबसे सरल और सस्ता जीवन बीमा होता है। इसमें आप हर साल एक प्रीमियम भरते हैं और अगर पॉलिसी अवधि के दौरान आपकी मौत हो जाती है, तो आपके नामित व्यक्ति को तय रकम (सम एश्योर्ड) मिलती है। लेकिन अगर आप पॉलिसी की अवधि पूरी कर लेते हैं, तो कोई मैच्योरिटी रकम नहीं मिलती। यानी यह शुद्ध सुरक्षा है कि कोई निवेश और न ही बोनस। क्योंकि कंपनी को सिर्फ जोखिम कवर करना होता है, इसलिए प्रीमियम बहुत कम होता है और कवरेज काफी ज्यादा मिलता है।

क्या है पारंपरिक बीमा प्लान?

पारंपरिक प्लान यानी सुरक्षा के साथ बचत। इनमें एंडोमेंट, फुल लाइफ और मनी-बैक जैसी पॉलिसियां शामिल होती हैं। इन योजनाओं में अगर आप पॉलिसी अवधि तक जिंदा रहते हैं, तो आपको या आपके परिवार को मैच्योरिटी पर एक फिक्स रकम भी मिलती है, जिस पर बोनस भी जुड़ सकता है। इनकी खासियत है कि यह डबल बेनिफिट देते हैं। जैसे बीमा के साथ ही बचत लेकिन इसकी कीमत ज्यादा होती है। यानी प्रीमियम भारी और कवरेज कम। साथ ही, इनसे मिलने वाले रिटर्न आमतौर पर 4 से 6 फीसदी सालाना रहते हैं जो म्यूचुअल फंड या PPF जैसे विकल्पों से कम हैं।

टर्म प्लान का क्या है मकसद?

टर्म प्लान का मकसद सिर्फ सुरक्षा है जबकि पारंपरिक प्लान बीमा को निवेश से जोड़ते हैं। अगर आप समान प्रीमियम दोनों में लगाते हैं, तो टर्म प्लान आपको 10 से 15 गुना ज्यादा कवरेज देगा। दूसरी ओर, पारंपरिक पॉलिसी आपको अंत में एक तय रकम लौटाती है, लेकिन कवरेज कम रहता है।

सही पॉलिसी का चुनाव कैसे करें?

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की सलाह है कि सुरक्षा के लिए टर्म प्लान और निवेश के लिए अलग विकल्प चुनें। ऐसा करने से आपको कम खर्च में ज्यादा कवरेज मिलेगा और आपका पैसा बेहतर रिटर्न वाले साधनों में बढ़ेगा। अगर आप अनुशासित बचत चाहते हैं और कम लेकिन पक्के रिटर्न से खुश हैं, तो पारंपरिक प्लान चुन सकते हैं लेकिन इसे सुरक्षा के विकल्प के तौर पर न देखें।

(प्रियंका कुमारी)

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