SMISS‑AP 2025: शून्य से शिखर पर कैसे पहुंचे गौतम अदाणी? खुद सुनाई सक्सेस स्टोरी

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SMISS‑AP 2025 मुंबई सम्मेलन: गौतम अदाणी ने स्पाइन सर्जरी में तकनीकी नवाचारों पर हुआ फोकस

SMISS‑AP 2025 सम्मेलन में गौतम अदाणी ने मुंबई में शिरकत की। स्पाइन सर्जरी तकनीक, AI इनोवेशन और ग्लोबल विशेषज्ञों की मौजूदगी से आयोजन हुआ ऐतिहासिक।

SMISS Asia Pacific Annual Meet : मुंबई के ताज महल पैलेस होटल में Society for Minimally Invasive Spine Surgery – Asia Pacific (SMISS‑AP) का 5वें वार्षिक सम्मेलन जारी है। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने एंटरप्रेन्योरशिप की बारीकियां बताईं। कहा, उद्यमिता कभी बड़े विजन से नहीं बल्कि, दृढ़ विश्वास और साहस से शुरू होती है।

उद्योगपति गौतम अदाणी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आप जिस रीढ़ की हड्डी को ठीक करते हैं, वह मानव शरीर के लचीलेपन के लिए आवश्यक। जिस तरह हमारे शरीर में लचीलापन जरूरी है, उसी तरह नेतृत्व और संगठन में लचीलापन जरूरी है। यह साझा रूपक याद दिलाएगा कि रीढ़ की हड्डी चिकित्सा चमत्कार भी है और आत्मविश्वास के लिए कॉर्पोरेट जरूरत भी।

मुंबई से जुड़ा प्रेरणादायक सफर

गौतम अदाणी ने अपने जीवन की शुरुआत को याद करते हुए कहा, सपने वो नहीं जो नींद में आते हैं, सपने वो हैं जो नींद उड़ा देते हैं। मैंने 16 साल की उम्र में ट्रेन की द्वितीय श्रेणी की टिकट लेकर बिना डिग्री, नौकरी या सुरक्षा के मुंबई आने का निर्णय लिया। मेरे पास बस एक तीव्र इच्छा थी, खुद का रास्ता तय करने की। मुंबई को धन्यवाद देते हुए कहा, यही शहर है जिसने उन्हें धैर्य, सटीकता और दृढ़ता सिखाई।
  • अदाणी ने उद्यमिता को परिभाषित करते हुए कहा, उद्यमिता कभी बड़े विजन से नहीं, बल्कि दृढ़ विश्वास, साहस और जुनून से शुरू होती है। आप जब भविष्य की अनिश्चितता से नहीं डरते और दूसरों का मार्गदर्शन करने से पहले उनके साथ चलने का साहस रखते हैं, तभी सच्चा उद्यम जन्म लेता है।
  • गौतम अदाणी ने कहा, 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने आयात लाइसेंसिंग मानदंडों को आसान बनाकर हमारी अर्थव्यवस्था को उदार बनाया। यह एक महत्वपूर्ण सुधार था। ऐसा लगा जैसे आर्थिक दबाव का कोई द्वार खुल गया हो।
  • भारत 1991 में अपने सबसे बुरे दौर का सामना कर रहा था। उसके पास केवल 10 दिनों का विदेशी मुद्रा भंडार बचा था, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और वित्त मंत्री मनमोहन सिंह के निर्णायक नेतृत्व में भारत ने ऐतिहासिक आर्थिक पुनर्स्थापन की शुरुआत की। इसे हम तीन शबों (अवमूल्यन, विनियमन और वैश्वीकरण) से से परिभाषित कर सकते हैं।
  • तत्कालीन सरकार ने कई प्रमुख कॉर्पोरेट्स के पतन को चिह्नित किया, जिन्हें लाइसेंस राज का संरक्षण प्राप्त था। लेकिन पहली पीढ़ी के उद्यमियों के लिए यह उन पुनर्निर्माणों की चिंगारी थी, जिनका हम इंतजार कर रहे थे।
  • गौतम अदाणी ने कहा, प्रगति कभी सीधी नहीं होती और सबसे बड़े अवसर लगभग हमेशा तूफान के दूसरी ओर ही उभरते हैं। भविष्य में यह विश्वास अदाणी समूह के संचालन डीएनए बन गया।
  • गौतम अदाणी ने कहा, इसी दृढ़ विश्वास के साथ हम अगले पांच सालों में 100 बिलियन डॉलर के पूंजीगत व्यय निवेश की तैयारी कर रहे हैं। इस निवेश का पैमाना, गति और भारत के निजी क्षेत्र के इतिहास में इसकी प्रतिबद्धता है।
  • हम भारत के उत्थान की रीढ़ को मजबूत करने में अपना योगदान दे रहे हैं, एक ऐसी रीढ़ जो अटूट होनी चाहिए, एक ऐसी रीढ़ जो 1.4 बिलियन सपनों को समेटे हुए हो, एक ऐसी रीढ़ जो दुनिया को बताए कि भारत का उत्थान अपरिहार्य है।


मुन्ना भाई MBBS फेवरेट मूवी

गौतम अदाणी ने बताया कि मेरी फेवरेट मूवी मुन्ना भाई MBBS है। इसमें सिर्फ हंसी नहीं, बल्कि जीवन को बदल देने वाला मैसेज है। मुन्नभाई सिर्फ दवाइयों से बल्कि इंसानियत से मरीजों का इलाज करते थे। जो हमें सर्जरी से इतर इलाज की याद दिलाता है। मुन्नाभाई जब यह कहते हैं कि जादू की झप्पी हो या सर्जरी का स्कैल्पल दोनों में एक ही बात है तो वो इंसानियत का संदेश देते हैं। मुन्नाभाई फिल्म में सबसे बड़ा संदेश बापू की उस वाक्य से मिला, जिसमें वह कहते हैं कि बदलाव लाना है तो सोच बदलनी होगी।

चिकित्सा और नेतृत्व की समानता पर जोर

चार दिवसीय इस कार्यक्रम में दुनिया भर के स्पाइन सर्जरी विशेषज्ञ, इनोवेटर्स और उद्योगपति शामिल हो रहे है। इसमें न्यूरोसर्जन मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी की तकनीकों पर चर्चा कर रहे थे, वहीं गौतम अदाणी ने नेतृत्व में भी वही दक्षता, गहराई और संवेदनशीलता अपनाने की बात कही।

गौतम अदाणी ने डॉक्टरों की सराहना करते हुए कहा, आपके हाथों में जीवन है और आपकी दक्षता में लचीलापन है। यही हमें सिखाता है कि महानता साधारणता में भी निहित होती है।

एशिया के शीर्ष न्यूरो-सर्जनों का जमावड़ा

SMISS‑AP के तहत भारत, जापान, कोरिया, यूएस, यूरोप और अन्य देशों के विशेषज्ञों ने minimally invasive spine surgery (MISS) की आधुनिक तकनीकों पर चर्चा की। डॉ. अरविंद कुलकर्णी, डॉ. गौतम ज़वेरी, डॉ. माइकल वांग, डॉ. योशिहिसा कोटानी और प्रो. रोजर हार्टल जैसे दिग्गजों ने भाग लिया।

नवाचारों पर रहा फोकस

सम्मेलन में Tubular, Endoscopic, Lateral और Anterior Spine Techniques, रोबोटिक सर्जरी, AI-समर्थित नेविगेशन और बायोमैटेरियल पर केस प्रेजेंटेशन, वर्कशॉप और लाइव सर्जिकल डेमो शामिल रहीं।

इंडस्ट्री सिंपोजियम और कैडावेरिक वर्कशॉप

13 जुलाई को होने वाली कैडावेरिक वर्कशॉप में प्रतिभागी लाइव सर्जिकल तकनीकें सीख सकेंगे। इसके अलावा, कई इंडस्ट्री पार्टनर (Medtronic, Nuvasive, DePuy Synthes) अपने प्रोडक्ट्स और तकनीकी समाधानों का प्रदर्शन कर रहे हैं।

यह सम्मेलन क्यों खास है?

SMISS‑AP का यह आयोजन न केवल चिकित्सा क्षेत्र के पेशेवरों के लिए एक साझा मंच है, बल्कि भारतीय मेडिकल टेक्नोलॉजी सेक्टर को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

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