SIP Vs Sukanya Samriddhi Yojana: 10 साल के लिए हर महीने 5 हजार डालते हैं तो किसमें मिलेगा बेहतर रिटर्न? जानें

SIP Vs Sukanya Samriddhi Yojana Scheme
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SIP Vs Sukanya Samriddhi Yojana Scheme

SIP Vs Sukanya Samriddhi Yojana: अगर आप बच्चों के भविष्य के लिए एक बड़ा फंड बनाना चाहते हैं तो फिर एसआईपी और सुकन्या समृद्धि योजना उपलब्ध हैं। दोनों योजना में अगर आप 10 साल के लिए हर महीना 5 हजार डालते हैं तो किसमें ज्यादा फायदा मिलेगा। आइए समझते हैं।

SIP Vs Sukanya Samriddhi Yojana: बच्चों की भविष्य की ज़रूरतों के लिए एक कॉर्पस फंड बनाने के लिए एक बेहतर निवेश योजना की जरूरत होती है। हर महीने छोटे-छोटे निवेश करके आप अपने बच्चों के भविष्य, खासकर उच्च शिक्षा और शादी जैसे बड़े खर्चों को वित्तीय रूप से सुरक्षित करने के लिए एक बड़ा फंड बना सकते हैं।

अगर आप अपनी बेटी के लिए एक कॉर्पस फंड बनाने की सोच रहे हैं, तो म्यूचुअल फंड सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) उपयुक्त विकल्प हो सकते हैं। दोनों ही निवेश साधन लचीलापन, आकर्षक रिटर्न और लंबी अवधि में बड़ा फंड बनाने का मौका देते हैं। इन योजनाओं के जरिए एकमुश्त बड़ी राशि के बजाय हर महीने एक छोटी राशि की बचत शुरू कर सकते हैं।

अगर आप 10 साल के लिए हर महीने 5,000 रुपये निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो ये दोनों विकल्प उपयुक्त हो सकते हैं। हालाँकि, निवेश करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर विचार करना चाहिए।

SIP बनाम SSY: जाँचने योग्य अहम फैक्टर्स

SIP में, आप नियमित अंतराल पर, जैसे मासिक या तिमाही, म्यूचुअल फंड में एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं। चूँकि ये बाज़ार से जुड़े होते हैं, इसलिए SIP आमतौर पर लंबी अवधि में ज़्यादा रिटर्न देते हैं, लेकिन इनमें एक निश्चित स्तर का जोखिम भी जुड़ा होता है।

आप SIP के ज़रिए अपने निवेश को डेट, इक्विटी, बॉन्ड, गोल्ड और अन्य एसेट क्लास में डाल सकते हैं। एसआईपी के जरिए आप जितनी राशि निवेश कर सकते हैं, उसकी कोई सीमा नहीं है। आप 100 रुपये प्रति माह से भी कम निवेश शुरू कर सकते हैं।

दूसरी ओर, SSY बालिकाओं के लिए सरकार समर्थित एक छोटी बचत योजना है जो निश्चित और टैक्स फ्री रिटर्न देती है। लॉक-इन अवधि की बात करें तो, SIP में कोई अनिवार्य लॉक-इन अवधि नहीं होती, जब तक कि ELSS में निवेश न किया जाए।

SIP के ज़रिए, आप कभी भी अपने निवेश को भुना सकते हैं या रोक सकते हैं। दूसरी ओर, SSY में खाता खोलने की तारीख से 21 साल की लॉक-इन अवधि होती है। इस राशि को केवल 18 साल की उम्र के बाद लड़की की शादी के लिए ही निकाला जा सकता है। उच्च शिक्षा के लिए आंशिक निकासी की भी अनुमति है। एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम निवेश 1.5 लाख रुपये तक सीमित है। SSY योजना के तहत, कम से कम 15 वर्षों के लिए निवेश करना जरूरी है।

SIP बनाम सुकन्या समृद्धि योजना: 10 वर्षों के लिए 5,000 रुपये मासिक निवेश। आइए देखें कि दोनों योजनाओं के तहत 10 वर्षों के लिए 5,000 रुपये का मासिक निवेश कैसे बढ़ेगा:

SIP मासिक निवेश: 5,000 रुपये

अवधि: 10 वर्ष

कुल निवेश: 6 लाख रुपये

अनुमानित ब्याज दर: 12% प्रति वर्ष

अपेक्षित रिटर्न: 5.61 लाख रुपये

मैच्योरिटी पर कितना पैसा:11.61 लाख रुपये

SSY: अगर आप योजना के तहत अनिवार्य रूप से 15 वर्षों के लिए 5,000 रुपये प्रति माह निवेश कर रहे हैं, तो कुल निवेश 9 लाख रुपये तक पहुँच जाएगा। सरकार वर्तमान में SSY योजना के तहत 8.2% की ब्याज दर देती है। यह राशि खाता खोलने के 21 वर्ष बाद मैच्योर होगी। मैच्योरिटी पर पैसा करीब 27.33 लाख रुपये मिलेगा, जिससे करीब 18.73 लाख रुपये का फायदा होगा।

अगर आप लचीलेपन के साथ ज़्यादा रिटर्न की तलाश में हैं, तो SIP एक बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं दूसरी ओर, जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए, कर लाभ और सुरक्षित रिटर्न के कारण SSY एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।

(प्रियंका कुमारी)

(Disclaimer: ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता है। शेय़र बाजार या किसी भी निवेश के लिए फैसला फाइनेंशियल एडवाइजर या एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद ही लें।)

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