SIP vs RD: अपनी शादी के लिए पैसे जोड़ने हैं तो क्या बेहतर? किसमें कम रिस्क में मिलेगा ज्यादा रिटर्न

SIP vs RD Wedding Goal
SIP vs RD: भारत में शादियां हमेशा से ही भव्य और खर्चीली रही हैं। सजावट, कपड़े, मेहमाननवाज़ी, खाने-पीने से लेकर फोटोग्राफी तक, खर्च लाखों में पहुंच जाता। ऐसे में शादी के लिए समय रहते बचत शुरू करना बेहद जरूरी है, ताकि बड़ी रकम जुटाने में आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ न पड़े और लंबी अवधि के फाइनेंशियल लक्ष्य भी प्रभावित न हों।
शादी जैसे बड़े खर्च के लिए एसआईपी और रेकरिंग डिपॉजिट दो बेहद लोकप्रिय विकल्प माने जाते हैं। लेकिन सवाल यह है कि इन दोनों में से कौन-सा विकल्प आपकी रकम को तेजी से बढ़ा सकता है?
एसआईपी क्या है और कैसे फायदेमंद है?
एसआईपी यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में हर महीने तय रकम म्यूचुअल फंड्स में लगाई जाती है। ये निवेश मार्केट से जुड़े होते हैं और लंबे समय में बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। कंपाउंडिंग का फायदा और इक्विटी की तेजी, दोनों मिलकर आपके पैसे को तेज गति से बढ़ा सकते हैं। हालांकि SIP में मार्केट रिस्क भी रहता है, इसलिए रिटर्न की गारंटी नहीं होती।
RD क्या है और कब चुनें?
रेकरिंग डिपॉजिट यानी RD में हर महीने समान रकम जमा की जाती है और आपको तय ब्याज मिलता है। यह सुरक्षित निवेश है क्योंकि इसमें मार्केट का उतार-चढ़ाव नहीं होता। जो निवेशक जोखिम से दूर रहना चाहते हैं, वे रेकरिंग डिपॉजिट को ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। हालांकि रिटर्न SIP के मुकाबले काफी कम होता है।
निवेश के किस तरीके से आपका फंड तेजी से बढ़ेगा? आंकड़े बताते हैं जवाब
मान लीजिए आपको 5 साल में 15 लाख रुपये बचाने हैं। दोनों विकल्पों से मिलने वाले रिटर्न की तुलना कुछ इस तरह है:
- SIP (12% अनुमानित रिटर्न)
- मासिक निवेश: 18,000
- कुल निवेश: 10,80,000
- अनुमानित रिटर्न: 4,04,754
- कुल वैल्यू: 14,84,754
RD (6.4% ब्याज)
- मासिक निवेश: 18,000
- कुल निवेश: 10,80,000
- अनुमानित रिटर्न: 1,94,618
- कुल वैल्यू: 12,74,618
यानी SIP लगभग 2.1 लाख रुपये ज्यादा पैदा करती है।
10 साल के आंकड़े भी SIP के पक्ष में
RD में 10,000 मासिक निवेश पर 10 साल में राशि बनती है: 16.5 लाख
SIP में 10,000 मासिक निवेश पर अनुमानित राशि: 23 लाख से अधिक
साफ है कि समय जितना लंबा होगा, एसआईपी का फायदा उतना ही बड़ा होगा।
एसआईपी लंबी अवधि में तेज रिटर्न देती है और शादी जैसे बड़े गोल के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। वहीं रेकरिंग डिपॉजिट स्थिरता देती है लेकिन रिटर्न कम है। निवेशक अपने जोखिम और लक्ष्य के अनुसार विकल्प चुनें, और जरूरी होने पर वित्तीय सलाह जरूर लें।
(प्रियंका कुमारी)
