SBI Home Loan: एसबीआई ने होम लोन पर घटाईं ब्याज दरें, EMI में राहत; FD के रिटर्न में बदलाव

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ग्राहकों को राहत देते हुए लोन और डिपॉजिट से जुड़ी ब्याज दरों में कटौती की है।
SBI Home Loan: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ग्राहकों को राहत देते हुए लोन और डिपॉजिट से जुड़ी अहम ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया। नई दरें 15 दिसंबर से लागू होंगी। इस फैसले से जहां होम लोन और अन्य फ्लोटिंग रेट लोन लेने वालों की ईएमआईकम हो सकती है। वहीं कुछ चुनिंदा फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स में निवेश करने वालों को थोड़ा कम रिटर्न मिलेगा।
डिपॉजिट की बात करें तो 3 करोड़ रुपये से कम की ज्यादातर रिटेल फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें पहले जैसी ही रखी गई हैं। हालांकि,SBI की लोकप्रिय 444 दिन की 'अमृत वृष्टि' FD स्कीम पर ब्याज दर घटाकर 6.45% कर दी गई है, जो पहले 6.60% थी। यह स्कीम काफी निवेशकों के बीच पसंद की जाती रही है, इसलिए इसमें कटौती का असर सीधे नए निवेशकों पर पड़ेगा।
सीनियर सिटीजन के लिए ज्यादातर अवधि में ब्याज दरें सामान्य ग्राहकों से ज्यादा बनी हुई हैं लेकिन 2 से 3 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि में यहां भी हल्की कटौती की गई है। इस अवधि के लिए वरिष्ठ नागरिकों को अब 6.90% ब्याज मिलेगा, जो पहले 6.95% था। वहीं आम ग्राहकों के लिए इसी अवधि में ब्याज दर 6.45% से घटाकर 6.40% कर दी गई है।
उधर, लोन लेने वालों के लिए अच्छी खबर है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सभी अवधियों के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 5 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। एक साल की MCLR, जो कई लोन के लिए अहम बेंचमार्क मानी जाती है, अब 8.75% से घटकर 8.70% हो गई है। इसके अलावा ओवरनाइट, एक महीने और तीन साल की MCLR में भी कमी की गई है।
होम लोन और अन्य फ्लोटिंग रेट रिटेल लोन लेने वालों को इससे भी बड़ी राहत एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड रेट (EBLR) में कटौती से मिलेगी। SBI ने EBLR में सीधे 25 बेसिस प्वाइंट की कमी करते हुए इसे 8.15% से घटाकर 7.90% कर दिया है। इसका सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा, जिनके लोन EBLR से जुड़े हैं-उनकी EMI घट सकती है या लोन की अवधि कम हो सकती है। इसके साथ ही बैंक ने पुराने यानी लेगेसी ग्राहकों के लिए बेस रेट भी घटाकर 10.00% से 9.90% कर दिया है।
कुल मिलाकर, SBI का यह कदम उधार लेने वालों के लिए राहत भरा है, जबकि FD निवेशकों के लिए तस्वीर लगभग स्थिर बनी हुई है। बैंक ने संकेत दिए हैं कि फिलहाल फोकस धीरे-धीरे उधारी को सस्ता करने पर है, बिना डिपॉजिट रेट्स में बड़ी कटौती किए।
(प्रियंका कुमारी)
