रिलायंस इंडस्ट्रीज का पूर्वोत्तर में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश: समावेशी विकास की नई इबारत; 25 लाख नए रोजगार मिलेंगे

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी।
Rising Northeast Investors Summit: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ में पूर्वोत्तर भारत के लिए 75,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश की घोषणा की, जो क्षेत्र की कायापलट का माध्यम बन सकता है। वर्तमान में पूर्वोत्तर में रिलायंस का निवेश कुल ₹30,000 करोड़ का है। अगले 5 वर्षों में नया प्रस्तावित निवेश ₹45,000 करोड़ कर दिया जाएगा। जिसके बाद कुल निवेश ₹75,000 करोड़ का हो जाएगा।
उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बताया कि इस निवेश का उद्देश्य न केवल आर्थिक ढांचे को मजबूत करना है, बल्कि स्थानीय रोजगार, कृषि, डिजिटल कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य और खेल क्षेत्र में विकास को गति देना भी है। यह निवेश 25 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न करेगा। इससे युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही अवसर मिलेंगे, जिससे पलायन रुकेगा और क्षेत्रीय आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। पूर्वोत्तर की हरित क्षमता को ध्यान में रखते हुए रिलायंस 350 बायोगैस संयंत्र स्थापित करेगा, जो स्थानीय जैविक अपशिष्ट से ऊर्जा उत्पन्न करेगा।
हरित कांति को मिलेगा बढ़ावा
हरित क्षमता को बढ़ाने से किसानों की अतिरिक्त आय का स्रोत बनेगा। साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाएगा। इसके अलावा डिजिटल कनेक्टिविटी (जियो 5G नेटवर्क) का विस्तार किया जाएगा। हालांकि 90% आबादी पहले ही जियो 5G नेटवर्क से जुड़ चुकी है। वहीं 50 लाख उपभोक्ता जियो 5G से जुड़े हैं, जो इस वर्ष 1 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। यह विस्तार शिक्षा, टेलीमेडिसिन, ई-कॉमर्स, और स्टार्टअप्स के लिए नई संभावनाएं खोल रहा है।
150 बिस्तर का मणिपुर में बनेगा कैंसर अस्पताल
रिलायंस इंडस्ट्री कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम रखने जा रही है। रिलायंस रिटेल किसानों से सीधे माल खरीद करेगा। इससे बिचौलियों की भूमिका घटेगी, और किसानों को उचित मूल्य मिलेगा। साथ ही सप्लाई चेन और कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं में सुधार होगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचार बढ़ाने के लिए मणिपुर में 150-बिस्तर का कैंसर अस्पताल बनाया जाएगा। मिजोरम में विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में जीनोमिक डेटा के माध्यम से स्तन कैंसर का देखभाल किया जाएगा।
यह योजना नई आर्थिक धुरी के रूप में उभरेगी
पूर्वोत्तर भारत के लिए रिलायंस की यह रणनीति सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि समावेशी राष्ट्र निर्माण का संकल्प है। इससे यह क्षेत्र आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से सशक्त बन सकता है। यदि यह योजनाएं सफलतापूर्वक क्रियान्वित होती हैं, तो पूर्वोत्तर न केवल भारत की भू-राजनीतिक रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा, बल्कि नई आर्थिक धुरी के रूप में भी उभरेगा।