PMVVY For Senior Citizen: सरकार की ये स्कीम बुढ़ापे का बनेगी सहारा! पेंशन के साथ ही मिलता है शानदार रिटर्न

PMVVY For Senior Citizen: बुढ़ापा आते ही सबसे बड़ी चिंता होती है हर महीने की नियमित कमाई कैसे होगी? जब न नौकरी रहती है और न शरीर साथ देता है, तब एक ऐसी स्कीम की जरूरत महसूस होती है जो हर महीने तय पेंशन दे और रिटर्न भी अच्छा मिले। खासकर ऐसे लोगों के लिए जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं या फिर प्राइवेट नौकरी के बाद पेंशन की कोई गारंटी नहीं होती। ऐसे लोगों के लिए सरकार ने कुछ बेहद फायदेमंद स्कीमें शुरू की हैं जो बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा देती हैं। इनमें से दो सबसे भरोसेमंद योजनाएं हैं प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) और अटल पेंशन योजना (APY)।
इन दोनों योजनाओं का मकसद बुढ़ापे में बिना किसी टेंशन के जिंदगी बिताना है। जहां एक स्कीम 60 साल की उम्र के बाद पेंशन की गारंटी देती है, वहीं दूसरी योजना 18 से 40 साल के बीच जुड़ने वालों को 60 के बाद पेंशन का वादा करती है। इन योजनाओं में सरकार की तरफ से या तो गारंटीड रिटर्न मिलता है या फिर सरकारी योगदान भी होता है।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)
यह योजना खासतौर से 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इसे भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के जरिए चलाया जाता है। इस स्कीम में निवेश करने पर 10 साल तक हर महीने, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर गारंटीड पेंशन मिलती है। इस समय इसमें करीब 7।4% का रिटर्न मिल रहा है। अधिकतम 15 लाख रुपये निवेश करने पर हर महीने करीब 9,250 रुपये तक की पेंशन मिल सकती है।
इस योजना में आवेदन करने के लिए व्यक्ति एलआईसी की नजदीकी शाखा में जाकर या फिर एलआईसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकता है। इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, उम्र का प्रमाण और बैंक अकाउंट की जानकारी देना जरूरी होता है।
अटल पेंशन योजना (APY)
अटल पेंशन योजना खासतौर पर असंगठित क्षेत्र के मजदूरों और कामगारों के लिए शुरू की गई है। इसमें 18 से 40 साल की उम्र के लोग शामिल हो सकते हैं। स्कीम में जितनी जल्दी जुड़ेंगे, उतना कम प्रीमियम और उतना ही अधिक लाभ मिलेगा। इसमें 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 1,000 से 5,000 रुपये तक पेंशन मिलती है। खास बात ये है कि इसमें व्यक्ति और सरकार दोनों का योगदान रहता है।
APY के लिए आवेदन अपनी नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर किया जा सकता है। इसके लिए सेविंग अकाउंट होना जरूरी है। फॉर्म भरकर जमा करना होता है और नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग से भी रजिस्ट्रेशन संभव है। एक बार पंजीकरण हो जाने के बाद, हर महीने तय प्रीमियम अपने-आप खाते से कट जाता है।
इन दोनों योजनाओं का उद्देश्य बुढ़ापे को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाना है, ताकि व्यक्ति सम्मान के साथ अपनी जिंदगी जी सके।
