PAN Card: पैन कार्ड इनऑपरेटिव हो गया? जानिए क्या होता है और कैसे मिनटों में ठीक कर सकते?

पैनकार्ड इनऑपरेटिव होने पर टैक्स, बैंकिंग से जुड़े काम रुक जाते हैं।
PAN Card Tips: अगर आपका पैन कार्ड इनऑपरेटिव हो गया है, तो ये सिर्फ एक छोटी सी गलती नहीं, बल्कि आपके कई जरूरी फाइनेंशियल कामों में ये बड़ा रोड़ा बन सकता है। समय पर पैन-आधार लिंक न होने पर आयकर विभाग पैन कार्ड को इनऑपरेटिव कर देता है, जिससे लेन-देन, टीडीएस और रिफंड तक सब प्रभावित होने लगता है।
अच्छी बात यह है कि इसे दोबारा ऑपरेटिव करना बेहद आसान है, बस सही कदम समय पर उठा लें।
इनऑपरेटिव पैन कार्ड का मतलब क्या होता है?
पैन कार्ड इनऑपरेटिव होने के बाद भी एक पहचान दस्तावेज के रूप में मान्य रहता है लेकिन इसका उपयोग ज्यादातर वित्तीय और टैक्स से जुड़े कामों में नहीं हो सकता। ऐसी स्थिति में आप आईटीआर फाइल नहीं कर सकते, टैक्स रिफंड क्लेम नहीं कर पाएंगे। बैंक खाता खोलने या केवायसी अपडेट जैसे साधारण काम भी अटक जाएंगे। इसके अलावा, कोई भी पैन वेरिफिकेशन आधारित प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाएंगे।
मूल रूप से, जहां भी पैन कार्ड ऑथेंटिकेशन जरूरी है, वहां सिस्टम आपकी रिक्वेस्ट रिजेक्ट या पेंडिंग में डाल देता है।
टीडीएस और टैक्स रिफंड पर सीधा असर
पैन कार्ड इनऑपरेटिव होते ही सबसे बड़ा नुकसान टीडीएस कटौती में होता है। नियमों के मुताबिक, इनऑपरेटिव पैन पर टीडीएस उच्च दरों पर काटा जाता है। इससे आपके ब्याज, किराये या प्रोफेशनल इनकम पर ज्यादा टीडीएस कट सकता है। साथ ही, जब तक पैन कार्ड फिर से ऑपरेटिव नहीं होता, तब तक आपका कोई भी लंबित टैक्स रिफंड जारी नहीं होगा, इतना ही नहीं, अगर आपने टैक्स सही से भर दिया हो।
आजकल लगभग हर वित्तीय काम में पैन कार्ड वेरिफिकेशन जरूरी है। इसलिए पैन इनऑपरेटिव होने पर, आपके लिए बैंक खाता खोलना, म्यूचुअल फंड में निवेश, डीमैट खाता केवायसी अपडेट, बीमा पॉलिसी नवीनीकरण, क्रेडिट कार्ड डिटेल अपडेट, सिक्योरिटी खरीद-बिक्री...जैसे कई काम पूरे नहीं हो पाते।
कैसे मिनटों में पैन कार्ड को दोबारा एक्टिव करें
- इनकम टैक्स पोर्टल पर e-Pay Tax ऑप्शन से लेट फीस जमा करें
- पैन-आधार कार्ड लिंक का अनुरोध सबमिट करें
- सिस्टम आमतौर पर कुछ दिनों में PAN को फिर से ऑपरेटिव कर देता है
ध्यान रखें कि आधार और पैन की डिटेल्स बिल्कुल मैच होनी चाहिए, वर्ना प्रोसेस में देरी हो सकती है।
PAN एक्टिव होने के बाद क्या जरूरी है?
PAN ऑपरेटिव होने के तुरंत बाद यह काम जरूर करें। सबसे पहले, बैंक में फौरन केवायसी अपडेट करें। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट अपडेट कर लें।
म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म पर जानकारी अपडेट करने के साथ ही बीमा, लोन और क्रेडिट कार्ड प्रोफाइल भी अपडेट करना जरूरी है। इससे आगे कोई वेरिफिकेशन फेल नहीं होगा और आपके सभी वित्तीय काम आसानी से चलते रहेंगे।
(प्रियंका कुमारी)
