Rupee vs Dollar: रुपये के आगे बेदम डॉलर, 7 महीने की सबसे बड़ी बढ़त; ट्रम्प की जीत के बाद हुए नुकसान की भरपाई

India Rupees vs Dollar: भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 78 पैसे की जोरदार छलांग लगाकर 83.76 पर पहुंच गया, जो पिछले 7 महीनों का उच्चतम स्तर है। इस बढ़त के साथ ही नवंबर 2024 में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के बाद जो नुकसान रुपए को हुआ था, वह अब पूरी तरह से रिकवर हो चुका।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों की लगातार पूंजी प्रवाह, मजबूत घरेलू आर्थिक आंकड़े और जीएसटी कलेक्शन में रिकॉर्ड इजाफे ने रुपये को मजबूती दी है। अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 2.37 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया, जो अब तक का सर्वाधिक है। इससे घरेलू मांग की मजबूती का संकेत भी मिला है।
फॉरेक्स बाजार का हाल
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया 83.98 पर खुला और फिर बढ़त बनाते हुए 83.76 पर पहुंच गया। इससे एक दिन पहले, बुधवार को भी रुपया 42 पैसे मजबूत होकर 84.54 पर बंद हुआ था।
डॉलर इंडेक्स (Dollar Index), जो अमेरिकी डॉलर की 6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले ताकत को दिखाता है, 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.97 पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.55 फीसदी बढ़कर 62.45 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
शेयर बाजार में तेजी
घरेलू शेयर बाजार में भी तेजी देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 722.82 अंकों की बढ़त के साथ 80,965.06 पर और निफ्टी 203 अंक चढ़कर 24500 के पार पहुंच गया।
FII का निवेश और भविष्य की संभावना
बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजार में 50.57 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर अमेरिका-भारत के बीच व्यापार समझौता होता है, तो भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में बड़ी भूमिका निभा सकता है। हालांकि, पाकिस्तान के साथ कश्मीर मुद्दे पर जारी तनाव और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण रुपये में अस्थिरता बनी रह सकती है।
विशेषज्ञों की राय
CR Forex Advisors के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित पबरी ने कहा,'रुपये में मार्च के दौरान 2 प्रतिशत की बढ़त नवंबर 2018 के बाद की सबसे बड़ी तेजी थी। हालांकि, डॉलर इंडेक्स के 98 के स्तर से उभरने और 102 तक पहुंचने की संभावना है, जो रुपये पर फिर से दबाव बना सकता है।'
(प्रियंका)