Groww पर म्यूचुअल फंड धोखाधड़ी का आरोप: यूजर का दावा- कंपनी ने पैसे लेकर इनवेस्ट नहीं किया, जानें पूरा मामला

Groww Mutual Fund Fraud
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Groww Mutual Fund Fraud
Groww Mutual Fund Fraud: नवेस्टमेंट एप Groww के एक यूजर नेआरोप लगाया कि कंपनी ने म्यूचुअल फंड में निवेश के नाम पर उससे पैसे लिए, लेकिन निवेश नहीं किया। कंपनी ने इस पर सफाई दी है।

Groww Mutual Fund Fraud: जानी मानी इनवेस्टमेंट एप Groww के एक यूजर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट करके आरोप लगाया कि कंपनी ने म्यूचुअल फंड में निवेश के नाम पर उससे पैसे लिए, लेकिन निवेश नहीं किया। यूजर का दावा है कि उसे फर्जी फोलियो नंबर जारी किया गया था। इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर मामला तेजी से वायरल हुआ और कई लोग इस पर चर्चा करने लगे। यूजर ने अपने दावे को साबित करने के लिए कुछ स्क्रीनशॉट भी शेयर किए।

यूजर ने क्या आरोप लगाए‍?
यूजर ने कहा कि यह मामला उसकी बहन के निवेश से जुड़ा है। उसकी बहन के अकाउंट में म्यूचुअल फंड से जुड़ी जानकारी दिख रही थी, लेकिन जब उसने अपने निवेश को भुनाना चाहा, तो पता चला कि वास्तव में कोई निवेश नहीं हुआ था। यूजर का कहना है कि कंपनी ने पैसे लेने के बाद भी सही तरीके से निवेश नहीं किया और फोलियो नंबर फर्जी निकला।

कंपनी ने आरोपों पर दी सफाई
जब इस पोस्ट ने तूल पकड़ा, तो Groww ने तुरंत सफाई दी। कंपनी ने कहा कि यूजर के डैशबोर्ड पर दिखने वाला फोलियो नंबर एक तकनीकी गड़बड़ी की वजह से था। Groww का दावा है कि यूजर के अकाउंट से कभी भी म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए पैसे नहीं काटे गए। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

कंपनी ने ग्राहक को पैसे लौटाने की बात कही
शिकायत करने वाले यूजर ने बाद में बताया कि Groww ने उसकी पूरी रकम वापस कर दी है। कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार की और यूजर से शिकायत से जुड़ी सारी पोस्ट डिलीट करने की शर्त रखी। यूजर ने यह भी पोस्ट किया कि Groww ने उसके सारे पैसे लौटा दिए हैं। इसके बाद यूजर ने अपनी पोस्ट को अपडेट कर दिया और मामले को समाप्त कर दिया।

SEBI कर चुकी है ऐसे मामलों में कार्रवाई
Groww ऐप के इस मामले के बीच, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने क्वांट म्यूचुअल फंड पर फ्रंट रनिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की। SEBI ने फंड हाउस के मुख्यालय और हैदराबाद स्थित ठिकानों पर छापेमारी की और मोबाइल फोन, कंप्यूटर समेत कई डिजिटल साक्ष्य जब्त किए। SEBI की जांच में पता चला कि संदिग्ध यूनिट्स के लेनदेन क्वांट म्यूचुअल फंड के लेनदेन से मेल खाते हैं।

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