Credit Card Tips: एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने से स्कोर बढ़ता है? क्या है सच जान लीजिए

एक से अधिक क्रेडिट कार्ड के फायदे हैं या नुकसान।
Credit Card Tips: क्या ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने से आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो जाता है? कई लोग यही मानते हैं लेकिन असलियत इससे कहीं ज्यादा संतुलन, अनुशासन और समझदारी पर निर्भर करती है। आपका क्रेडिट स्कोर सिर्फ समय पर भुगतान पर नहीं, बल्कि आपकी क्रेडिट उपयोग दर पर भी निर्भर करता है। जितने ज्यादा कार्ड, उतना ज्यादा कुल उपलब्ध क्रेडिट और इससे उपयोग दर कम होती है।
अगर आप कुल लिमिट का 30% से कम इस्तेमाल करते हैं, तो यह स्कोर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन अगर आप पेमेंट मिस करते हैं या कार्ड को लगातार लिमिट के करीब तक खर्च कर देते हैं, तो अधिक कार्ड का फायदा तुरंत नुकसान में बदल जाता है।
एक से अधिक क्रेडिट कार्ड के फायदे
जिम्मेदारी से उपयोग करने पर कई कार्ड आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। खर्च को अलग-अलग क्रेडिट कार्ड में बांटकर उपयोग दर कम रख सकते हैं। अलग-अलग कार्ड पर रिवॉर्ड्स, कैशबैक या ट्रैवल बेनिफिट्स का लाभ ले सकते हैं। कई कार्ड मिलकर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को मजबूत बनाते हैं और दर्शाते हैं कि आप कई अकाउंट संभाल सकते हैं।
जैसे, एक कार्ड ग्रॉसरी पर बेहतर रिवॉर्ड दे सकता है जबकि दूसरा कार्ड ऑनलाइन शॉपिंग या ट्रैवल के लिए फायदेमंद हो सकता है लेकिन ज्यादा कार्ड नुकसानदायक भी हो सकते हैं। हर नए कार्ड के लिए बैंक आपकी रिपोर्ट पर हार्ड इंक्वायरी करता है, जिससे स्कोर अस्थायी तौर पर कम हो जाता है।
इसके अलावा भी कई बिल डेट्स याद रखना मुश्किल होता है, जिससे पेमेंट मिस होने का खतरा बढ़ जाता है। एक मिस्ड पेमेंट स्कोर को महीनों नहीं, सालों तक प्रभावित करता है। ज्यादा लिमिट होने से ओवरस्पेंडिंग का जोखिम भी बढ़ जाता है, और इससे कर्ज़ का जाल बन सकता है।
कितने कार्ड रखना सही?
फाइनेंशियल विशेषज्ञों की मानें तो ज्यादातर लोगों के लिए, 2 से 3 क्रेडिट कार्ड पर्याप्त होते हैं। ये आपको रिवॉर्ड्स, फ्लेक्सिबिलिटी और बेहतर क्रेडिट उपयोग दर देते हैं, वो भी बिना वित्तीय झंझट बढ़ाए।
क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जरूरी बातें
- सभी कार्ड के बिल समय पर चुकाएं
- खर्च को नियंत्रित रखें
- क्रेडिट रिपोर्ट नियमित तौर पर चेक करें
- 30% से ज्यादा क्रेडिट उपयोग न करें
एक से अधिक कार्ड आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को लंबा करते हैं, उपयोग दर सुधारते हैं और आपको आर्थिक फ्लेक्सिबिलिटी देते हैं। लेकिन यह तभी संभव है जब आप अनुशासन और समझदारी के साथ उन्हें इस्तेमाल करें। आखिरकार, समस्या कार्ड की संख्या में नहीं है, बल्कि इस बात में है कि आप उन्हें कितना समझदारी से मैनेज करते हैं।
(प्रियंका कुमारी)
