स्टॉक मार्केट: क्या हैं मोमेंटम फंड, कब और कैसे करें निवेश; Expert से जानें सही तरीका

मोमेंटम निवेश: जहां इन-फॉर्म शेयर होते हैं निवेश के सितारे
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मोमेंटम निवेश: जहां 'इन-फॉर्म' शेयर होते हैं निवेश के सितारे

स्टॉक मार्केट (शेयर बाजार) में मोमेंटम निवेश रणनीति नए लोगों के लिए अच्छा विकल्प है। नुकसान के चांस बहुत काम, लांग टर्म इनवेस्टमेंट में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

Momentum investing Strategy: आप यदि स्टॉक मार्केट (शेयर बाजार) में निवेश करना चाहते हैं और इसकी समझ थोड़ा कम है तो मोमेंटम म्यूचुअल फंड बेस्ट ऑप्शन हो सकते हैं। इनमें नुकसान के चांस बहुत काम होते हैं। ईश्वर फिनटेक के डायरेक्टर सौरभ शर्मा से जानें क्या है बेस्ट बेस्ट मोमेंटम म्यूचुअल फंड और इनवेस्टमेंट की सही रणनीति।

मोमेंटम निवेश क्या है सिद्धांत?

सौरभ शर्मा के मुताबिक, मोमेंटम निवेश का सिद्धांत उन शेयर पर आधारित होता है, जिनका वर्तमान रिटर्न अच्छा है और भविष्य में भी बेहतर रिटर्न की उम्मीद है। यह शेयर क्रिकेट की तरह होते हैं। जिस तरह से कोई खिलाड़ी एक दो सीजन में बेहतर परफार्म कर ले तो टीम में उसकी जगह पक्की हो जाती है। निवेश में इसे मोमेंटम निवेश रणनीति कहते हैं।

सौरभ शर्मा के मुताबिक, मोमेंटम शेयरों की कीमतें मजबूत आय वृद्धि, सकारात्मक विश्लेषक अनुमान और बाजार के समर्थन से ऊपर जाती हैं। साथ ही इस बात का भी पूरा भरोसा रहता है कि रुझान धीरे-धीरे बदलते हैं। अचानक कोई बदलाव नहीं होगा।

क्या है मोमेंटम निवेश रणनीति?

मोमेंटम निवेश में उन शेयरों में निवेश किया जाता है, जो हाल के समय में तेजी से ऊपर चढ़े हैं। जिनकी कीमतों में स्थिर और मजबूत बढ़त दिखी है। इनमें बेहतर कारोबारी प्रदर्शन की संभावना रहती है।

पोर्टफोलियो अपग्रेडेशन क्यों जरूरी?

मोमेंटम निवेश रणनीति में कमजोर प्रदर्शन करने वाले शेयरों को पोर्टफोलियो से बाहर कर दिया जाता है। इसका उद्देश्य पैसों को ऐसे शेयरों में लगाना है जो ‘इन-फॉर्म’ हैं।

निवेशकों की आम गलतियां

सौरभ शर्मा ने बताया कि कुछ निवेशक अच्छा रिटर्न देने वाले शेयर अथवा फंड से बहुत जल्दी निकल जाते हैं। उन्हें डर रहता है कि कहीं गिरावट न आ जाए। अच्छे रिटर्न वाले शेयर छोड़कर वे घाटे में जा रहे शेयरों को इस उम्मीद के साथ होल्ड कर लेते कि कभी न कभी तो ऊपर जाएंगे ही।

वैल्यू ट्रैप क्या है और कैसे बचें?

सौरभ शर्मा के मुताबिक इनवेस्टर्स का यह व्यवहार “वैल्यू ट्रैप” की स्थिति पैदा करता है। इससे निवेशक की पूंजी कमज़ोर शेयरों में फंसी जाती है और उनका ओवरऑल पोर्टफोलियो का रिटर्न घट जाता है।

मोमेंटम निवेश कैसे करता है वैल्यू ट्रैप से बचाव?

  • मोमेंटम निवेश भावनात्मक निर्णय से बचाता है। डिस्पोजिशन प्रभाव को घटाता है।
  • अनुशासित निवेश निर्णय में मदद करता है। कब खरीदना, कब बेचना यह तय करने में स्पष्टता
  • मुनाफावसूली की जल्दीबाज़ी नहीं, अच्छे शेयरों को लंबे समय तक होल्ड रखने का मौका देता है।
  • कमजोर शेयरों से समय रहते बाहर निकलने में मदद करता है। नुकसान सीमित करता है।

क्या यह रणनीति सभी निवेशकों के लिए है?

मोमेंटम निवेश में शेयरों की पहचान करना आसान नहीं है। खासकर, रिटेल निवेशकों के लिए यह काम चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके लिए तकनीकी और फंडामेंटल एनालिसिस की गहरी समझ होनी चाहिए। जानकारी कम है तो मोमेंटम-केंद्रित म्यूचुअल फंड अपनाना चाहिए। प्रोफेशनल्स की सलाह भी फायदेमंद साबित होती है।

ICICI प्रूडेंशियल एक्टिव मोमेंटम फंड क्या है?

  • सौरभ शर्मा के मुताबिक, यदि आप भी मोमेंटम रणनीति से लाभ कमाना चाहते हैं, लेकिन खुद से स्टॉक्स चुनने में सहज नहीं हैं तो ICICI प्रूडेंशियल एक्टिव मोमेंटम फंड बेहतर विकल्प हो सकता है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है।
  • इसमें शेयरों का चयन प्राइस और अर्निंग्स मोमेंटम के आधार पर होता है। यह फंड उन शेयरों पर फोकस करता है जो लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
  • न्यू फंड ऑफर (NFO): 8 जुलाई 2025 से 22 जुलाई 2025 तक निवेश के लिए खुला है

मोमेंटम फंड में निवेश से पहले जान लें जरूरी बातें

मोमेंटम फंड्स में उतार-चढ़ाव बना रहता है। यह एक शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग रणनीति नहीं, बल्कि ट्रेंड्स को फॉलो करने वाली लॉजिक आधारित स्ट्रेटजी है। इसलिए सही समय पर एंट्री और एग्ज़िट जरूरी है। फंड मैनेजर्स इसे बखूबी संभालते हैं।

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