Metro Train Rules: मेट्रो के सफर के दौरान भूलकर भी न करें 5 गलतियां, देना पड़ सकता है भारी जुर्माना!

मेट्रो सफर के दौरान न करें 5 गलतियां।
Metro Train Rules: आज के समय में मेट्रो रेल शहरी परिवहन का सबसे सुविधाजनक और तेज़ साधन बन चुकी है। देश के कई बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में मेट्रो सेवाएं लाखों लोगों की दैनिक यात्रा का हिस्सा हैं। मेट्रो सिस्टम को सुचारु और सुरक्षित बनाए रखने के लिए कुछ नियम और कानून बनाए गए हैं, जिनका पालन यात्रियों को करना आवश्यक होता है।
लेकिन कई बार यात्री अनजाने में या जानबूझकर कुछ ऐसे कार्य कर बैठते हैं जो नियमों के विरुद्ध होते हैं। ऐसे मामलों में मेट्रो प्रशासन द्वारा जुर्माना लगाया जाता है ताकि भविष्य में ऐसी गलतियों को दोहराने से रोका जा सके। यह जुर्माना यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और समुचित यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए होता है।
5 गलतियों पर भरना पड़ सकता है जुर्माना
बिना टोकन या कार्ड के यात्रा करना
कई यात्री बिना वैध टोकन या कार्ड के मेट्रो में यात्रा करते हैं। यह मेट्रो के नियमों का सीधा उल्लंघन है और पकड़े जाने पर भारी जुर्माना देना पड़ सकता है।
स्टेशन या कोच में गंदगी फैलाना
मेट्रो स्टेशनों और कोचों को साफ-सुथरा बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी यात्रियों की होती है। थूकना, कूड़ा फैलाना या दीवारों पर लिखाई करना दंडनीय अपराध है और इसके लिए जुर्माना लगाया जा सकता है।
शराब पीकर या नशे में यात्रा करना
मेट्रो में नशे की हालत में यात्रा करना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। ऐसा करने वाले यात्रियों पर तत्काल जुर्माना लगाया जाता है या उन्हें स्टेशन से बाहर निकाल दिया जाता है।
इमरजेंसी बटन या अलार्म का दुरुपयोग
बिना किसी वास्तविक आपात स्थिति के इमरजेंसी बटन दबाना कानूनन गलत है। यह अन्य यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है, इसलिए ऐसे मामलों में सख्त जुर्माना और कभी-कभी कानूनी कार्रवाई भी होती है।
मेट्रो कोच में खाना-पीना या तेज़ आवाज़ में बात करना
मेट्रो कोच में खाना-पीना मना है क्योंकि इससे गंदगी फैलती है और यात्रियों को असुविधा होती है। साथ ही तेज़ आवाज़ में बात करना या म्यूज़िक बजाना भी मेट्रो नियमों के खिलाफ है।
