LIC ने वॉशिंगटन पोस्ट के दावे को नकारा: कहा- अदाणी में ₹32,000 करोड़ निवेश की रिपोर्ट 'झूठी और निराधार', जानें पूरा मामला

LIC ने किया वॉशिंगटन पोस्ट के दावे का खंडन।
LIC: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने शनिवार को 'द वाशिंगटन पोस्ट' की एक रिपोर्ट को झूठा और बेबुनियाद करार दिया। एलआईसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इन आरोपों का खंडन किया। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि एलआईसी के निवेश निर्णय बाहरी कारकों से प्रभावित होते हैं, जिसे कंपनी ने सिरे से खारिज किया।
एलआईसी ने स्पष्ट किया कि उसने कभी कोई ऐसा दस्तावेज या योजना तैयार नहीं की, जो अदाणी ग्रुप की कंपनियों में निवेश के लिए रोडमैप हो। निवेश संबंधी सभी फैसले बोर्ड द्वारा अनुमोदित नीतियों के तहत, पूर्ण जांच-पड़ताल के बाद स्वतंत्र रूप से लिए जाते हैं।
कंपनी ने जोर दिया कि वित्तीय सेवा विभाग या किसी बाहरी संस्था की इन निर्णयों में कोई भूमिका नहीं है। एलआईसी उच्चतम ड्यू डिलिजेंस मानकों का पालन करती है और सभी निवेश स्टेकहोल्डर्स के हित में, मौजूदा कानूनों, नीतियों व नियामक दिशानिर्देशों के अनुरूप किए जाते हैं।
एलआईसी ने कहा कि रिपोर्ट में दिए गए कथित बयान कंपनी की निर्णय प्रक्रिया को बदनाम करते हैं और भारत के मजबूत वित्तीय क्षेत्र की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है।
LIC denies false reports by The Washington Post, reaffirming all investments are made with integrity and due diligence.#LIC #HarPalAapkeSaath #washingtonpost pic.twitter.com/RQ0N2AvBA1
— LIC India Forever (@LICIndiaForever) October 25, 2025
वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में एलआईसी ने 10,957 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 3.91 प्रतिशत अधिक है। शुद्ध प्रीमियम आय 4.7 प्रतिशत बढ़कर 1,19,618 करोड़ रुपये हो गई।प्रथम वर्ष प्रीमियम आय में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 63 प्रतिशत से अधिक है, जिससे वह जीवन बीमा क्षेत्र में अग्रणी बनी हुई है।
Washington Post ने क्या दावा किया था?
अमेरिकी मीडिया हाउस Washington Post ने पत्रकार प्रांशु वर्मा और रवि नायर की रिपोर्ट में दावा किया था कि मई 2025 में भारतीय वित्त मंत्रालय ने एलआईसी के 3.9 अरब डॉलर निवेश को तेजी से आगे बढ़ाया, जबकि वित्तीय जोखिम पहले से चिन्हित थे।
हालांकि, एलआईसी ने स्पष्ट किया कि उसके सभी निवेश निर्णय बोर्ड द्वारा अनुमोदित नीतियों के तहत स्वतंत्र रूप से लिए जाते हैं। बयान में आगे कहा गया कि, “एलआईसी के निवेश निर्णयों में किसी भी बाहरी विभाग या वित्तीय संस्था की कोई भूमिका नहीं होती। हम अपने सभी निवेशों में उच्चतम स्तर की सावधानी बरतते हैं और सभी नियामक दिशानिर्देशों का पालन करते हैं।”
