India US Trade Deal: भारत-अमेरिका ट्रेड डील से शेयर बाजार पर क्या होगा असर

भारत-अमेरिका ट्रेड डील से शेयर बाजार पर क्या होगा असर?
India US Trade Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ वार छेड़ने के बाद दुनियाभर में कोहराम मचा हुआ है। भारत और अमेरिका भी ट्रेड डील के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं। लेकिन ट्रंप के चाल-चलन ने भारत को टेंशन में डाल दिया है। अमेरिका अपनी शर्तों पर भारत के साथ ट्रेड डील चाहता है, लेकिन भारत ने साफ तौर पर कहा दिया है कि हम दबाव में डील नहीं करेंगे। इन सब के बीच भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों में संशय का माहौल बना हुआ है। सभी की निगाहें अमेरिका-भारत की ट्रेड डील पर है।
दबाव में कोई डील नहीं- गोयल
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने साफ कहा है कि भारत किसी भी दबाव में समझौता नहीं करेगा। डील तभी होगी जब वह पूरी तरह फाइनल, निष्पक्ष और राष्ट्रीय हित में होगी।
9 जुलाई आखिरी तारीख
ट्रंप सरकार ने भारत सहित कई देशों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाए थे, जिसमें भारतीय सामानों पर 26% तक ड्यूटी शामिल थी। हालांकि, इसे 90 दिनों के लिए रोका गया था जो अब खत्म होने वाला है।
शेयर बाजार में डर का माहौल
भारतीय शेयर बाजार इस अनिश्चितता के चलते कंसोलिडेशन मोड में है और बीते हफ्ते 0.7% गिर चुका है। निवेशक साइडलाइन पर हैं और डील को लेकर स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं।
किन सेक्टर्स को हो सकता है फायदा?
विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर डील सफल रहती है तो इन सेक्टर्स में तेजी आ सकती है:
- आईटी (IT): अमेरिका भारत का सबसे बड़ा बाजार, डील से एक्सेस बढ़ेगा।
- फार्मा (Pharma): लगभग $8 बिलियन का एक्सपोर्ट, ड्यूटी में राहत से बूस्ट मिलेगा।
- टेक्सटाइल (Textile): 2023 में $9.7 बिलियन का एक्सपोर्ट अमेरिका को, डील से ग्रोथ की संभावना।
- इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics): $6.6 बिलियन का एक्सपोर्ट, ड्यूटी छूट से फायदा।
- ऑटो कंपोनेंट्स (Auto): 25% ड्यूटी पर चर्चा जारी है, राहत से निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
किन सेक्टर्स में नुकसान का डर
- एग्रीकल्चर और डेयरी (Agriculture & Dairy): मौजूदा टैरिफ स्ट्रक्चर से प्रभावित हो सकते हैं।
- मेटल्स और कैपिटल गुड्स: वैश्विक चेन से जुड़े होने के कारण अस्थिरता का खतरा।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह डील किसी तरह कैंसिल होती है तो भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। ऐसे में निवेशकों को सलाह दी जाती है कि डील तक बाजार से दूरी बनाए रखें।