Gold Loan Market 2025: 14.5 लाख करोड़ का हुआ गोल्ड लोन मार्केट, एनबीएफसी अगले एक साल में खोलेंगी 3,000 नई शाखाएं

(एपी सिंह ) भारत का गोल्ड लोन मार्केट तेजी से विस्तार कर रहा है और अगले एक साल में नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (एनबीएफसी) लगभग 3,000 नई गोल्ड लोन ब्रांचें खोलने की तैयारी में हैं। यह विस्तार इसलिए किया जा रहा है क्योंकि देशभर में सोने के बदले कर्ज लेने की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। सितंबर तक गोल्ड लोन मार्केट 36% की वार्षिक वृद्धि के साथ 14.5 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। इस मार्केट का बड़ा हिस्सा अभी भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास है, लेकिन निजी कंपनियां अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए आक्रामक तरीके से विस्तार कर रही हैं।
गोल्ड लोन कंपनियों द्वारा किया जा रहा यह अब तक का सबसे बड़ा शाखा विस्तार है। कई कंपनियां गोल्ड लोन के लिए विशेष शाखाएं खोल रही हैं, जबकि कई मौजूदा शाखाओं में भी इस उत्पाद को जोड़ा जा रहा है। मुथूट फाइनेंस के एमडी जॉर्ज एलेक्जेंडर मुथूट के अनुसार, गोल्ड लोन की मांग तेजी से इसलिए बढ़ रही है, क्योंकि माइक्रोफाइनेंस लोन लेने वाले कई लोग अब वहां से पैसा नहीं ले पा रहे हैं। माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की एसेट क्वालिटी पर दबाव बढ़ने के कारण वे लोन देने में चयन प्रक्रिया को सख्त कर दिया है। ऐसे में लोग सुरक्षित कर्ज यानी गोल्ड लोन की तरफ रुख कर रहे हैं क्योंकि इसमें गहनों के बदले आसानी से पैसा मिल जाता है।
इसके अलावा, सोने की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि ने भी इस बाजार को तेजी दी है। सोने के दाम बढ़ने से गोल्ड लोन का टिकट साइज भी बढ़ गया है, जिससे किसान, छोटे व्यापारी और कामकाजी लोग बड़े पैमाने पर इस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं। रेटिंग एजेंसी ICRA ने अनुमान लगाया है कि संगठित गोल्ड लोन मार्केट 2026 तक 15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, जो पहले किए गए अनुमानों से एक साल पहले है। इसका मतलब है कि आने वाले समय में गोल्ड लोन की मांग और तेजी से बढ़ने वाली है। मुथूट फिनकॉर्प के सीईओ शाजी वर्घेसे ने भी कहा कि गोल्ड लोन की मांग बनी रहेगी, क्योंकि वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा बढ़ती सोने की खरीद से गोल्ड की कीमतें स्थिर रूप से बढ़ रही हैं। उनकी कंपनी मार्च तक 200 नई शाखाएं खोलने की तैयारी कर रही है।
इस सेक्टर के बड़े खिलाड़ी-मुथूट फाइनेंस, मुथूट फिनकॉर्प, आईआईएफएल फाइनेंस और बजाज फाइनेंस कुल मिलाकर लगभग 1,800 नई ब्रांचें खोलने जा रहे हैं। अकेले बजाज फाइनेंस मार्च 2027 तक 900 शाखाएं खोलने की योजना बना रहा है, जबकि आईआईएफएल फाइनेंस इस वित्त वर्ष में 500 शाखाएं जोड़ने की तैयारी में है। एलएंडटी फाइनेंस, जिसने इस साल फरवरी में पॉल मर्चेंट्स फाइनेंस के 130-शाखा वाले गोल्ड लोन बिजनेस का अधिग्रहण किया था, अब 200 और आउटलेट खोलने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा कीर्तन फिनसर्व और उत्तरायण फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे माइक्रोफाइनेंस प्लेयर्स भी गोल्ड लोन बिजनेस में उतर रहे हैं ताकि अपने पोर्टफोलियो को स्थिर कर सकें।
