Gold Price: सोना ऑल टाइम हाई से 13 हजार रु. गिरा, क्या फेड के फैसले से पहले गिरावट पर खरीदी का मौका?

सोना अपने ऑलटाइम से करीब 8 फीसदी नीचे आ चुका है। अभी खरीदना चाहिए या नहीं।
Gold Price: सोने की वो चमक जो पिछले 10 महीनों से निवेशकों को लुभा रही थी, अब फीकी पड़ती दिख रही है। एमसीएक्स पर गोल्ड की कीमत 13 हजार टूटकर मंगलवार को 1.20 लाख प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गए। निवेशकों में रिस्क-ऑफ सेंटीमेंट और अमेरिका-चीन ट्रेड डील की उम्मीदों ने गोल्ड के दाम पर दबाव बना दिया।
वैश्विक मार्केट में अब निवेशक शेयर और बॉन्ड मार्केट में फिर से रूचि दिखा रहे हैं। यही वजह है कि सोने जैसी सेफ हेवन एसेट से मुनाफावसूली शुरू हो गई है।
वीटी मार्केट्स के ग्लोबल स्ट्रैटेजी लीड रॉस मैक्सवेल के मुताबिक, 'बॉन्ड यील्ड बढ़ने और जियोपॉलिटिकल तनाव घटने से गोल्ड की शॉर्ट-टर्म अपील कम हुई है। निवेशकों ने ऊंचे स्तरों पर मुनाफा बुक किया है।' हालांकि, इस गिरावट के बावजूद, गोल्ड इस साल की सबसे बेहतर परफॉर्मिंग एसेट्स में से एक बना हुआ है। अब भी करीब 50 फीसदी ऊपर है। सेंट्रल बैंकों की लगातार खरीद, फिस्कल डेफिसिट, करेंसी रिस्क और आर्थिक अनिश्चितता जैसे कारणों ने इसकी मजबूती बनाए रखी है।
फेड के फैसले पर टिकी नज़र
अब निवेशकों की नज़र अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग पर है, जो कल होने वाली है। मार्केट को उम्मीद है कि फेड 25 बेसिस पॉइंट की रेट कट की घोषणा करेगा। कम ब्याज दरें आमतौर पर गोल्ड जैसी नॉन-इंटरेस्ट यील्डिंग एसेट्स के लिए फायदेमंद होती हैं। मैक्सवेल का मानना है कि अगर फेड चेयर जेरोम पॉवेल किसी तरह का डोविश संकेत देते हैं या आगे और रेट कट की बात करते हैं, तो गोल्ड फिर से रफ्तार पकड़ सकता है।
मैक्सवेल ने भी कहा कि लॉन्ग टर्म निवेशक इस डिप को खरीदारी का मौका समझ सकते हैं, क्योंकि गोल्ड अब भी पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन और वेल्थ प्रिजर्वेशन के लिए अहम भूमिका निभाता है।
(प्रियंका कुमारी)
