ETF vs Index Fund: ETF या इंडेक्स फंड? स्मार्ट निवेशकों के लिए कौन सा बेहतर विकल्प?

ETF vs Index Fund which is better
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ETF vs Index Fund में से क्या बेहतर है। 

ETF vs Index Fund: ईटीएफ और इंडेक्स फंड दोनों पैसिव निवेश के लोकप्रिय विकल्प हैं। ईटीएफ सस्ते हैं लेकिन लिक्विडिटी का जोखिम हो सकता। इंडेक्स फंड आसान और स्थिर निवेश चाहने वालों के लिए बेहतर हैं।

ETF vs Index Fund: बीते कुछ सालों में निवेश की दुनिया में एक बड़ा बदलाव देखा गया। अब ज्यादा से ज्यादा निवेशक पैसिव इनवेस्टिंग की ओर बढ़ रहे, जहां कम लागत में बाजार से जुड़े रिटर्न मिलते हैं और शेयर चुनने का जोखिम नहीं उठाना पड़ता। इसी सोच के साथ ईटीएफ और इंडेक्स फंड जैसे विकल्प तेजी से लोकप्रिय हुए हैं।

ईटीएफ और इंडेक्स फंड दोनों का मकसद एक ही होता है, किसी खास इंडेक्स जैसे निफ्टी,सेंसेक्स या बैंक निफ्टी के रिटर्न को कॉपी करना,न कि उसे हराना। लेकिन इन दोनों में निवेश करने का तरीका, लागत और जोखिम एक-दूसरे से अलग है।

ETF क्या और कैसे काम करता है?

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ शेयर बाजार में लिस्ट होता है और शेयर की तरह खरीदा-बेचा जाता। इसमें निवेश के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी होता है। ईटीएफ के यूनिट्स एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं,इसलिए खरीद-बिक्री के समय ब्रोकरेज भी देना पड़ता है।

ईटीएफ की सबसे बड़ी खासियत इसका कम खर्च है। आमतौर पर ईटीएफ का एक्सपेंस रेशियो बहुत कम होता है, जो इसे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए आकर्षक बनाता है। हालांकि, ईटीएफ में एक जोखिम भी है, वो है लिक्विडिटी का। कई ईटीएफ में ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है,जिससे कभी-कभी यूनिट्स NAV से अलग दाम पर ट्रेड कर सकती हैं।

इंडेक्स फंड क्या होता है?

इंडेक्स फंड एक म्यूचुअल फंड स्कीम होती है,जो किसी इंडेक्स को फॉलो करती है। इसमें फंड मैनेजर उसी अनुपात में शेयर खरीदता है, जैसे वे इंडेक्स में शामिल होते हैं। यहां फंड मैनेजर की मर्जी नहीं चलती, इसलिए इसे भी पैसिव इनवेस्टिंग माना जाता है। इंडेक्स फंड में ट्रैकिंग एरर अहम होता है, यानी फंड और इंडेक्स के रिटर्न के बीच का फर्क। अच्छे इंडेक्स फंड वही माने जाते हैं जिनकी लागत कम और ट्रैकिंग एरर न्यूनतम हो।

पैसिव इनवेस्टिंग क्यों पसंद की जा रही है?

पैसिव फंड का सबसे बड़ा फायदा कम खर्च है। जहां एक्टिव फंड 2% या उससे ज्यादा चार्ज कर सकते हैं, वहीं कई ETF सिर्फ 0.10% तक का खर्च लेते हैं। लंबी अवधि में यही फर्क रिटर्न को काफी बेहतर बना देता है। इसके अलावा इंडेक्स फंड में फंड मैनेजर रिस्क नहीं होता। बाजार जैसा रिटर्न मिलता है, न ज्यादा और न ही कम।

ETF बनाम इंडेक्स फंड: किसे चुनें?

अगर आपके पास डीमैट अकाउंट है और आप ब्रोकरेज के जरिए निवेश कर सकते हैं, तो ETF एक सस्ता और प्रभावी विकल्प है, बशर्ते उसमें अच्छी लिक्विडिटी हो। वहीं, अगर आप सीधे म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म से निवेश करना चाहते हैं और सरल तरीका पसंद करते हैं, तो इंडेक्स फंड बेहतर रहेगा।

(प्रियंका कुमारी)

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