EPFO 3.0: एटीएम और UPI से पीएफ विड्रॉल, मिनटों में ऑनलाइन क्लेम, जानें क्या नए बदलाव होंगे?

EPFO Latest Update
EPFO 3.0: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा 2025 में अपने अपग्रेड ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, EPFO 3.0 को लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। यह एक उन्नत डिजिटल सेवा प्लेटफ़ॉर्म है जो EPF ग्राहकों के लिए सारी प्रोसेस को आसान बनाएगा। यह नया प्लेटफ़ॉर्म पारदर्शिता बढ़ाएगा और भारत में निजी क्षेत्र के 8 करोड़ से अधिक कर्मचारियों को भविष्य निधि सेवाओं तक तेज़ पहुंच का मौका देगा।
इस डिजिटल समाधान प्लेटफ़ॉर्म के प्रबंधन के लिए इंफोसिस, विप्रो और टीसीएस जैसी शीर्ष आईटी कंपनियों को चुना गया है। पहले जून 2025 नया प्लेटफॉर्म लॉन्च होना था लेकिन तकनीकी परीक्षण और मूल्यांकन के लिए इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया था। हालांकि, अब नया सिस्टम जल्द लॉन्च हो जाएगा।
EPFO 3.0 से क्या उम्मीद करें
एटीएम के जरिए PF विड्रॉल
EPFO 3.0 के लागू होने के बाद, EPF सदस्य एटीएम के जरिए पीएफ में जमा राशि निकाल सकेंगे। इस सुविधा का उपयोग करने के लिए, सदस्यों को अपना UAN एक्टिवेट करना होगा और ये पक्का करना होगा कि उनका आधार नंबर उनके बैंक खाते से जुड़ा हो। इस उपाय का उद्देश्य सदस्यों को आपात स्थिति में तुरंत पैसे हासिल करने में मदद करना है।
यूपीआई के माध्यम से विड्रॉल
भारत में डिजिटल पेमेंट क्रांति के एक हिस्से के रूप में, नई EPFO 3.0 सिस्टम सदस्यों को UPI के जरिए धन निकालने की सुविधा देगा। यह सुविधा लंबी आवेदन प्रक्रिया को कम करके पैसे निकालने को तेज़ और आसान बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
ऑनलाइन दावों के लिए सरल प्रोसेस
पीएफ का अपग्रेड सिस्टम सदस्यों को OTP ऑथेंटिकेशन के जरिए ऑनलाइन सुधार या अपडेट जमा करने की अनुमति देगी, जिससे EPFO ऑफिस में व्यक्तिगत रूप से जाने की जरूरत खत्म हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, उनके दावों की प्रगति पर नज़र रखना और आसान हो जाएगा।
डेथ क्लेम का जल्दी निपटारा होगा
नामांकित व्यक्तियों को तेज़ी से धन वितरण सुनिश्चित करने के लिए मृत्यु दावों के निपटान की प्रक्रिया को बेहतर किया जाएगा। नाबालिग लाभार्थियों के मामले में, परिवारों को अब गार्जियन सर्टिफिकेट देने की जरूत नहीं होगी, जिससे धन तक त्वरित पहुंच की सुविधा होगी।
मोबाइल फ्रेंडली सिस्टम बनाना
इस प्लेटफॉर्म के जरिए सदस्य आसानी से अपने अकाउंट डिटेल्स देख सकेंगे, जमा राशि ट्रैक कर पाएंगे और क्लेम की स्थिति चेक कर पाएंगे। यानी अब इन सुविधाओं के लिए दफ्तरों या लंबी प्रक्रियाओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
ईपीएफओ का आगामी डिजिटल ओवरहाल देरी को कम करने, पहुंच को व्यापक बनाने और भारत के तेज़ी से विकसित हो रहे फिनटेक क्षेत्र के साथ तालमेल बिठाने के लिए तैयार है। इसके लॉन्च होने पर, यह प्लेटफ़ॉर्म हाल के दिनों में ईपीएफ प्रोसेस में सबसे परिवर्तनकारी सुधारों में से एक होगा।
(प्रियंका कुमारी)
