AI का आफ्टर इफेक्ट: अमेजन 2033 तक 5 लाख कर्मचारियों की जगह लाएगा रोबोट, रिपोर्ट में खुलासा

अमेजन 2033 तक 5 लाख कर्मचारियों को रोबोट से रिप्लेस कर सकता है।
Amazon 5 lakh job cut report: दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन अगले 8 सालों में करीब 5 लाख कर्मचारियों की जगह रोबोट लगाने की योजना पर काम कर रही। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की यह रणनीति उसके ऑपरेशंस का करीब 75 फीसदी ऑटोमेट करने पर आधारित है।
रिपोर्ट में लीक हुए आंतरिक दस्तावेजों और इंटरव्यू के हवाले से बताया गया है कि इस कदम से अमेज़न को साल 2027 तक करीब 12.6 अरब डॉलर की बचत होगी। साथ ही कंपनी को हर डिलीवर किए गए प्रोडक्ट पर करीब 30 सेंट की लागत में कमी आएगी।
1.6 लाख नई भर्तियां नहीं करनी पड़ेंगी
दस्तावेजों में यह भी खुलासा हुआ कि ऑटोमेशन के जरिए कंपनी 1.6 लाख नई भर्तियों से बच सकती है, जो उसे 2027 तक करनी पड़तीं। अमेज़न की रोबोटिक्स टीम लगातार वेयरहाउस और डिलीवरी सिस्टम को स्मार्ट बनाने पर काम कर रही है।कंपनी के मुताबिक, यह नेक्स्ट जनरेशन तकनीक उत्पादकता बढ़ाने और लागत घटाने में अहम भूमिका निभाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़न को डर है कि इतनी बड़ी ऑटोमेशन योजना से उसकी छविपर असर पड़ सकता है। इसलिए कंपनी अब AI या ऑटोमेशन जैसे शब्दों की जगह एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और को-बॉट्स जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है, ताकि यह दिखाया जा सके कि रोबोट इंसानों की जगह नहीं, बल्कि उनके साथ मिलकर काम करेंगे। साथ ही, कंपनी ऐसे कम्युनिटी प्रोजेक्ट्स में निवेश करने की भी योजना बना रही है, जिससे उसकी ब्रांड इमेज पॉजिटिव बनी रहे।
अमेज़न ने रिपोर्ट पर पेश की सफाई
अमेज़न की प्रवक्ता केली नैनटेल ने मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लीक हुए दस्तावेज़ कंपनी के पूरे विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
उन्होंने कहा कि अक्सर लीक हुए डॉक्यूमेंट अधूरी या गलत तस्वीर पेश करते हैं। अमेज़न में हर समय हजारों डाक्यूमेंट्स सर्कुलेट होते रहते हैं, जिनकी सटीकता और समयसीमा अलग-अलग होती है।
नैनटेल ने यह भी बताया कि कंपनी फिलहाल अमेरिका में 2.5 लाख नई भर्तियों की तैयारी कर रही है, जो आने वाले हॉलिडे सीजन में की जाएंगी।
भविष्य की दिशा
रिपोर्ट ने बहस जरूर छेड़ दी है कि क्या आने वाले वर्षों में रोबोटिक सिस्टम इंसानों की नौकरियां ले लेंगे। टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऑटोमेशन से रोजगार का स्वरूप बदलेगा, लेकिन जरूरत नई स्किल्स और टेक-ट्रेनिंग की होगी।
(प्रियंका कुमारी)
