Amanta Healthcare IPO: अमांता हेल्थकेयर का आईपीओ 90 मिनट में फुल सब्सक्राइब, ग्रे मार्केट में क्या हैं संकेत

Amanta Healthcare IPO: अमांता हेल्थकेयर के आईपीओ को अच्छा रिस्पॉन्स मिला।
Amanta Healthcare IPO: अहमदाबाद की फार्मा कंपनी अमांता हेल्थकेयर के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) को अच्छा रिस्पॉन्स मिला। आईपीओ 1 सितंबर को बोली के लिए खुला और 90 मिनट में ही पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। कंपनी ने अपने आईपीओ से 126 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
70 लाख शेयरों के मुकाबले 88.2 लाख शेयरों की बोली मिल चुकी थी। सुबह 11:30 बजे तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़े बताते हैं, सबसे ज्यादा उत्साह रिटेल निवेशकों में देखने को मिला, जिन्होंने अपने हिस्से के शेयरों को 2 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब कर दिया। वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने भी अपने हिस्से का कोटा पूरा कर लिया जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) की बड़ी बोली अभी बाकी है।
निवेशकों के लिए अच्छा मौका
अमांता हेल्थकेयर ने 1 करोड़ नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ की प्राइस बैंड 120 से 126 रुपये प्रति शेयर तय की गई है। निवेशक कम से कम 119 शेयरों के लॉट में बोली लगा सकते, जिसका निवेश 14994 रुपये होगा। बोली 1 से 3 सितंबर तक जारी रहेगी। 4 सितंबर को अलॉटमेंट फाइनल होने की संभावना है और 8 सितंबर को कंपनी का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और एनएसई पर लिस्ट होगा।
ग्रे मार्केट प्रीमियम क्या बता रहा?
लिस्टिंग से पहले ही अमांता हेल्थकेयर के शेयर ग्रे मार्केट में प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे हैं। इंवेस्टर्गेन के आंकड़ों के अनुसार 22% जीएमपी यानी 154 रुपये प्रति शेयर पर डील हो रही। वहीं, आईपीएल वॉच के मुताबिक यह प्रीमियम 23 फीसदी तक पहुंच गया है, जो निवेशकों की मजबूत रुचि दिखाता है।
आईपीओ खुलने से पहले कंपनी ने 29 अगस्त को 37.8 करोड़ रुपये जुटाए। यह रकम 30 लाख शेयरों के आवंटन के जरिए 6 संस्थागत निवेशकों से आई। इसमें सबसे बड़ा हिस्सा बंधन म्यूचुअल फंड का रहा, जिसने अपने स्मॉल कैप फंड के जरिए 7.93 लाख शेयर खरीदे।
जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कहां होगा?
कंपनी आईपीओ से मिली रकम में से 70 करोड़ रुपये स्टेरीपॉट की नई मैन्युफैक्चरिंग लाइन और 30.13 करोड़ रुपये छोटे पैमाने के पैरेंट्रल (SVP) प्लांट के लिए खर्च करेगी। बाकी रकम कॉरपोरेट जरूरतों पर लगाई जाएगी।
अमांता हेल्थकेयर की वैल्यूएशन करीब 500 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। कंपनी पैरेंट्रल प्रोडक्ट्स के उत्पादन में विशेषज्ञ है और इस कदम से उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की योजना बना रही है।
(प्रियंका कुमारी)
