कितना नेहरू बचेगा?

बीसवीं सदी के भारत पर सबसे ज्यादा असर नेहरू का रहा है। वे अपने जीवनकाल में उपेक्षित नहीं हुए। रवीन्द्रनाथ टैगोर के शब्दों में जवाहरलाल भारतीय जीवन के ऋतुराज थे। विनोबा ने उन्हें स्थितप्रज्ञ कहा है। एक प्रख्यात विदेशी पत्रकार ने उनकी तुलना शेक्सपियर के असमंजस में डूबते अमर पात्र डेन्मार्क के राजकुमार हैमलेट से की है। ऑल्डस हक्सले ने उन्हें चट्टानी राजनीति की छाती पर अपना अस्तित्व जमाने वाला गुलाब का पौधा कहा है। ये अतिशयोक्तियां नहीं हैं। नेहरू के व्यक्तित्व का अणु सूक्ष्म रूप में मूल्यांकन है। कभी जवाहरलाल ने खुद को अपने खिलाफ लेख लिखकर तानाशाह कहा था।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS