नेताजी की मौत से जुड़े रहस्य पर बड़ा खुलासा!

नई दिल्ली. बंगाल सरकार द्वारा सार्वजनिक नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों से अब एक के बाद एक तार जुड़ते जा रहे हैं। कई सालों से पुलिसिया और सरकारी लॉकरों की निगरानी में 12744 पन्नों की इन 64 फाइलों को राज्य सरकार ने बोस के परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में 18 सितंबर को सार्वजनिक किया। इन दस्तावेजों पर नजर डालें तो पता लगता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस 1947 की स्वतंत्रता संग्राम के ठीक बाद 1948 में चीन के मनचूरिया शहर में जीवित थे। उस वक्त उनके सबसे करीबियों में से एक सहयोगी देवनाथ दास ने यह दावा किया था।
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जारी किए गए इन दस्तावेजों में फाइल नंबर 22 में देवनाथ दास समेत आइएनए के कई नेताओं के बारे में बंगाल सरकार के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस के कार्यालय की ओर से इस संदर्भ में खुफिया सूचनाएं जुटाई गई हैं।
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