रैनसमवेयर अटैक से इस तरह रहें सुरक्षित

रैनसमवेयर अटैक से इस तरह रहें सुरक्षित
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रैनसमवेयर अटैक उन नेटवर्क्स को ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं जो आउट-ऑफ-डेट सॉफ्टवेयर इस्तेमाल कर रहे थे।

पिछले वीकेंड पर दुनिया भर के बड़े संस्थानों को ऑनलाइन एक्स्टॉर्शन अटैक के चलते अपने कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम्स और सिक्यॉरिटी सॉफ्टवेयर्स को अपडेट करना पड़ा।

इस रैनसमवेयर अटैक ने उन नेटवर्क्स को ज्यादा प्रभावित किया जो आउट-ऑफ-डेट सॉफ्टवेयर इस्तेमाल कर रहे थे।

आइए जानते हैं रैनसमवेयर अटैक से बचने के 5 उपायः-

सिक्यॉर बैकअप लेने की आदत डालें

एक बार अगर वाइरस ने आपकी फाइल्स को एनक्रिप्ट कर दिया तो आपके पास उन्हें वापस लेने के लिए बहुत कम विकल्प बचेंगे। बेहतर होगा कि आप जरूरी फाइल्स का बैकअप लिया करें।

सिस्टम को अपडेटेड रखें और पैच इंस्टॉल करते रहें

अभी जो रैन्समवेयर लोगों को शिकार बना रहा है, वह कई वजहों से इतना नुकसान पहुंचा रहा है। इनमें वे सिस्टम भी शामिल हैं जिन्होंने माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ का मार्च वाला सॉफ्टवेयर फिक्स अपडेट नहीं किया।

चूंकि यह वाइरस यूनिवर्सिटी, बिजनस और गवर्नमेंट नेटवर्क्स में फैल रहा है, सॉफ्टवेयर को अपडेट करना खतरे को कम कर सकता है। BleepingComputer.com चलाने वाले न्यू यॉर्क के ब्लॉगर लॉरंस अब्राम्स का कहना है कि बहुत से संस्थान सिक्यॉरिटी अपग्रेड इंस्टॉल नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे बग्स आ सकते हैं या फिर वे डाउनटाइन से बचने के लिए अपडेट नहीं करते।

ऐंटी-वाइरस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करें

ऐंटी-वाइरस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने से आप उन वाइरसेज़ से बच सकते हैं जो कॉमन हैं। ऐंटी-वाइरस सॉफ्टवेयर स्कैनिंग के जरिए इनका पता लगा लेते हैं और ब्लॉक कर देते हैं।

छोटे-मोटे साइबर क्रिमिनल उन लोगों को निशाना बनाते हैं जो वाइरस वगैरह की ज्यादा जानकारी नहीं रखते। इसलिए बेहतर होगा कि आप हमेशा अपने सिस्टम में अच्छा ऐंटी-वाइरस रखें।

अपने कर्मचारियों को इस बारे में जागरूक करें

जरूरी है कि आप अपने कर्मचारियों को इस अटैक के बारे में बताएं और सावधानी बरतें। पहली बात तो यह है कि किसी को भी संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक नहीं करना चाहिए और ऐसे अटैचमेंट्स भी नहीं खोलने चाहिए। हैकर्स यूजर्स को इन्फेक्टेड ईमेल लिंक्स के जरिए शिकार बनाते हैं।

रैन्समवेयर का अटैक होते ही नेटवर्क बंद कर दें

कुछ संस्थान तुरंत अपने कंप्यूटर्स को डिस्कॉनेक्ट कर देते हैं। नेटवर्क शटडाउन करने से एनक्रिप्शन की प्रक्रिया रुक जाएगी और अन्य फाइल्स प्रभावित होने से बच जाएंगी। हैकर्स कई बार मेसेज डिस्प्ले करते हैं आप अपने नेटवर्क को ऑन रखें वरना और नुकसान हो सकता है मगर उनकी बातों में न आएं।

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