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''ज्यादा मेगापिक्सल मतलब अच्छी फोटो'' ''ज्यादा नेटवर्क टावर मतलब ज्यादा कनेक्टिविटी'' दूर ऐसी गलत फहमियां

स्मार्टफोन में जितना ज्यादा मेगापिक्सल कैमरा होगा उतनी अच्छी फोटो, नेटवर्क डंडे जितने ज्यादा होंगे सिग्नल उतना मजबूत होगा, ज्यादा प्रोसेसर मतलब फ़ोन तेज चलेगा। टेक्नोलॉजी की दुनिया में अक्सर लोगो के बीच इन बातों को लेकर गलतफहमियां हमेशा बनी रहती है।

ज्यादा मेगापिक्सल मतलब अच्छी फोटो ज्यादा नेटवर्क टावर मतलब ज्यादा कनेक्टिविटी दूर ऐसी गलत फहमियां
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स्मार्टफोन में जितना ज्यादा मेगापिक्सल कैमरा होगा उतनी अच्छी फोटो, नेटवर्क डंडे जितने ज्यादा होंगे सिग्नल उतना मजबूत होगा, ज्यादा प्रोसेसर मतलब फ़ोन तेज चलेगा। टेक्नोलॉजी की दुनिया में अक्सर लोगो के बीच इन बातों को लेकर गलतफहमियां हमेशा बनी रहती है। जिसकी जांच पड़ताल किए बिना ही हम उसे सच मान लेते है। साथ ही साथ कभी कभी इस गलत जानकारी को हम बेधड़क आगे भी बढ़ा रहे होते हैं। जिससे अक्सर आपकी नोक-झोक किसी ना किसी के साथ हो ही जाती है।चलिए हम आपको बताते है इसके पीछे कि असली सच्चाई।

मोबाइल में जितने ज्यादा सिग्नल उतनी ज्यादा कनेक्टिविटी

मोबाइल फोन प्रयोग करते समय अक्सर लोगों का यह मानना होता है, कि आपके मोबाइल में जितने ज्यादा सिग्नल टावर होगा उतनी ज्यादा अच्छी मोबाइल कनेक्टिविटी होगी। लेकिन ऐसा नहीं है ,दरअसल ये सिग्नल के डंडे मोबाइल टावर से आपकी नजदीकी दिखाते है। और आप जब भी किसी टावर के पास हों और आपके फोन में नेटवर्क पूरा ना आ रहा हो तो इसका मतलब होता है कि टावर और मोबाइल के बीच में कोई बाधा उत्पन्न हो रही है। मोबाइल में नेटवर्क एक डंडी भी रहेगा तो समझिये आपका फ़ोन अच्छे नेटवर्क में है। इन्टरनेट और फोन कॉल आप अच्छे से प्रयोग कर सकते है।

ज्यादा मेगापिक्सल मतलब ज्यादा अच्छी फोटो

मोबाईल फोन खरीदते समय आपकी नजर सबसे पहले फोन के कैमरे पर जाती है। फोन में कितने मेगापिक्सल का कैमरा लगा है। और आप उसी से यह निर्धारित कर लेते है कि ज्यादा मेगापिक्सल है तो कैमरे में फोटो काफी अच्छी आएगी। लेकिन सच कुछ और ही है। दरअसल कैमरा छोटे-छोटे पिक्सल से मिलकर बना होता है जो आपके फोटो पर भी होता है। लेकिन अत्यधिक छोटे होने की वजह से वह आपको दिखाई नहीं पड़ता। फोटो कि क्वालिटी अच्छी आए उसके पीछे कैमरे के साथ साथ फोन में दिए गए लाइट सेंसर, इमेज प्रोसेसिंग सेंसर, और आपके फ़ोन में सॉफ्टवेर कौन सा है, इन सभी को एक साथ मिला कर निर्धारित होती है आपके फोटो कि क्वालिटी। आपने देखा होगा एप्पल आई फ़ोन में 12 मेगापिक्सल का ही कैमरा होता है लेकिन बाजार में उपलब्ध 16 मेगापिक्सल कमरे को भी फेल कर देता है।

प्रोसेसर में जितने ज्यादा कोर, उतनी अच्छी प्रोसेसिंग

ड्यूल कोर ,क्वैड कोर, ओक्टा कोर प्रोसेसर यह फोन के सीपीयू में प्रोसेसर कि संख्या बताते है। मोबाइल में होने वाली प्रोसेसिंग को अलग अलग बाँट दिया जाता है। डुअल मतलब 2, ऑक्टा का अर्थ 8 और क्वाड का मतलब 4 होता है। उदाहरण के तौर पर ऑक्टा कोर प्रोसेसर वाले फ़ोन में आप एचडी वीडियो देख रहे है लेकिन उस वीडिओ की गुणवत्ता फोन में लगाए गए इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स पर निर्भर करती है। आपने देखा होगा कि एप्पल के कई मोबाइलों में सिर्फ ड्यूल कोर प्रोसेसर ही होता है लेकिन वह किसी ओक्टा कोर वाले फ़ोन से ज्यादा अच्छा काम करता है।

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