Google Chrome ने सुरक्षित ब्राउजिंग के लिए पेश किया नया फीचर, संदिग्ध साइट की देगा रिपोर्ट

Google Chrome ने सुरक्षित ब्राउजिंग के लिए पेश किया नया फीचर, संदिग्ध साइट की देगा रिपोर्ट
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तकनीक के जमाने में लोग सबसे ज्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, भारत दुनिया के सबसे ज्यादा इंटरनेट उपयोग करने वाले देशों से सबसे आगे है। लेकिन इंटरनेट की दुनिया में कुछ ऐसी संदिग्ध साइट्स हैं, जो कि यूजर्स को बहुत चूना लगाती है और अकाउंट खाली कर देती है।

तकनीक के जमाने में लोग सबसे ज्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, भारत दुनिया के सबसे ज्यादा इंटरनेट उपयोग करने वाले देशों से सबसे आगे है। लेकिन इंटरनेट की दुनिया में कुछ ऐसी संदिग्ध साइट्स हैं, जो कि यूजर्स को बहुत चूना लगाती है और अकाउंट खाली कर देती है।

इन साइट्स की वजह से ही भारत में साइबर क्राइम बहुत बढ़ चुका है। इस घटनाओं को रोकने के लिए दिग्गज सर्च इंजन कंपनी गूगल (Google) ने गूगल क्रोम ब्राउजर (Google Chrome Browser) के लिए नया एक्सटेंशन पेश लॉन्च किया है। गूगल ने सस्पीशियस साइट रिपोर्टर (Suspicious Site Reporter) नाम का एक्सटेंशन पेश किया है।

गूगल का नया एक्सटेंशन सस्पीशियस साइट रिपोर्टर आसानी से अपने यूजर्स को संदिग्ध वेबसाइट की जानकरी देगा और इससे यूजर्स किसी भी तरह के साइबर क्राइम से बच सकेंगे। वर्ष 2007 में गूगल ने सुरक्षित ब्राउजिंग कार्यक्रम की शुरुआत की थी और तब यह एक्सटेंशन इस कार्यक्रम का अभिन्न हिस्सा था।

क्रोम के यूजर्स सेफ ब्राउजिंग एक्सटेंशन को गूगल क्रोम से भी डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे ही यह एक्सटेंशन डाउनलोड हो जाएगा, तो यह अन्य एक्सटेंशन के साथ दिखाई देगा। अगर किसी भी यूजर को वेबसाइट पर शक होता है, तो वे इसपर टैप कर वेबसाइट की विश्वसनीयता को जांच सकते हैं। यह एक्सटेंशन संदिग्ध साइट की शिकायत गूगल से भी करने का ऑप्शन देता है।

सस्पीशियस साइट रिपोर्टर के काम करने का तरीका

गूगल का नया एक्सटेंशन बाई डिफॉल्ट ही संदिग्ध वेबसाइट के यूआरएल के साथ आईपी अड्रेस को लेकर गूगल को भेज देता है और साथ ही साइट का स्क्रीनशॉट भी ले लेता है। वहीं, यह एक्सटेंशन यूजर को गूगल के पास स्क्रीनशॉट सेंड करने का ऑप्शन भी देता है।

गूगल के नए सेफ्टी एक्सटेंशन सस्पीशियस साइट रिपोर्टर का साइज 923 केआईबी है। वहीं, यूजर्स ने गूगल के एक्सटेंशन के बग को लेकर शिकायत की है और यह बग ऑरेंज फ्लैग पर 1 लिखा हुआ दिखाई देता है। जैसे ही यूजर्स नए एक्सटेंशन पर टैप कर रहे हैं, तो उन्हें Nothing Detected का मैसेज मिल रहा है।

इससे पहले सर्च इंजन कंपनी गूगल ने जून की शुरुआत में क्रोम 75 अपडेट जारी किया था और इस अपडेट में गूगल ने कई फीचर्स दिए थे। इसके साथ ही इस नए अपडेट में गूगल क्रोम के प्रदर्शन को सुधारने की कोशिश की गई थी। आपको बता दें कि गूगल के इस अपडेट ने ईवल क्रुसर नाम के बग को भी ठीक किया था।

वर्ष 2018 में इस बग को स्कैम साइट्स की मदद से बहुत गलत तरीके इस्तेमाल किया गया था और इस अपडेट के बाद से ही गूगल पूरी तरह से स्टेबल हो गया है। वहीं, यूजर्स भी गूगल प्ले स्टोर से इस अपडेट को इंस्टॉल कर सकते हैं।

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